फर्ज करें कि आपने घूमने की योजना बनाई हो। सफर के लिए महीनों पहले रेल टिकट भी बुक करा रखे हों। मगर बीच में जरूरी काम आ जाए, तब क्या करेंगे? ऐसे में योजना चौपट होने को लेकर परेशान न हों। आप इस स्थिति में सफर की तारीख को आगे और पीछे कर सकते हैं।  मसलन आपने गोवा जाने के लिए 31 अगस्त की टिकट कराई। पर उस दिन आप के पास समय नहीं है। आप या तो पहले जा सकते हैं या बाद में। ऐसे में आप सफर की तारीख 24 अगस्त भी करा सकते हैं और 10 सितंबर भी।

भारतीय रेलवे अपने सभी यात्रियों को यह सुविधा देता है कि वे टिकट बुक कराने के बाद भी सफर की तारीख बदल सकें। रेलवे के पोर्टल indianrailways.gov.in पर भी इस बारे में जानकारी उपलब्ध है। इस सुविधा का लाभ बुक किए गए कन्फर्म, आरएसी (रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन) और वेटिंग टिकट पर उठाया जा सकता है। हालांकि, यह सुविधा केवल ऑफलाइन बुक टिकटों पर है। ऐसे में आप अगर इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) के जरिए टिकट बुक करने के बाद सफर की तारीख में फेरबदल करना चाहेंगे, तो वह संभव नहीं होगा।

एक स्टेशन से बुक कराए गए टिकट में सफर की तारीख एक ही बार परिवर्तित कराई जा सकेगी। बुक टिकट होने के बाद सफर की तारीख टालने के लिए यात्री को रेलवे रिजर्वेशन ऑफिस में टिकट सरेंडर करना पड़ेगा। ध्यान रहे कि यह काम आपकी ट्रेन (पुरानी बुक की गई सफर की तारीख वाली ट्रेन) छूटने से दो दिन पहले ही हो जाए।

इतना ही नहीं, किसी निर्धारित स्टेशन तक का टिकट होने के बाद भी आगे के स्टेशनों तक सफर को बढ़ाया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर कोई यात्री जयपुर से दिल्ली आ रहा हो। वह जिस ट्रेन में हो, वह बनारस या कानपुर भी जाती हो। ऐसे में वह दिल्ली तक की टिकट होने के बाद भी आगे जा सकता है। यात्री को इसके लिए टिकट चेक करने वाले स्टाफ से स्टेशन पहुंचने से पहले संपर्क साधना होगा या फिर टिकट बुक करने के बाद मिलना होगा।