भारतीय रेलवे ने यात्री किराये बढ़ोत्तरी पर मीडिया के एक वर्ग में जारी खबरों को पूरी तरह से निराधार करार दिया है। रेलवे ने कहा है कि यात्री किराये में किसी भी तरह की बढ़ोत्तरी नहीं की जा रही है। भारतीय रेलवे ने एक बयान में कहा है कि मीडिया के एक वर्ग में किराये बढ़ोत्तरी की संभावना का जिक्र किया जा रहा है। किराये बढ़ोत्तरी के बारे में जो जानकारी दी गई है, वह पूरी तरह से गलत है क्योंकि सरकार ने अबतक इसपर कोई फैसला नहीं लिया है।
रेलवे ने कहा है कि मीडिया में जारी ऐसी खबरें पूर्णत: आधारहीन है और बिना किसी तथ्यात्मक आधार पर सर्कुलेट की गई हैं। इसके साथ ही रेलवे ने मीडिया को इस तरह की भ्रामक खबरों को छापने से बचने की सलाह दी है।
रेलवे ने बीते साल जनवरी में यात्री किराये में बढ़ोत्तरी की थी। रेलवे ने यात्री किराए में एक पैसे से लेकर चार पैसे प्रति किलोमीटर तक की बढ़ोतरी की थी। नया किराया साल 2020 से लागू हुआ था। साथ ही इस किराए की बढ़ोत्तरी से उपनगरीय ट्रेनों को बाहर रखा गया था।
नॉन-एसी ट्रेनों के किराये में 2 पैसे, जबकि वातानुकूलित श्रेणी के किराए में 4 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है। इस नए किराए में सुपरफास्ट ट्रेने जैसे शताब्दी, दुरंतो तथा राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनें भी शामिल रहीं।
मालूम हो कि कोरोना संकट के चलते रेलवे कुछ स्पेशल और क्लोन ट्रेनों का संचालन कर रहा है। हाल में रेलवे ने कहा है कि सामान्य ट्रेन सेवाएं बहाल होने के संबंध में कोई निश्चित तारीख का एलान करना फिलहाल संभव नहीं है।