Indian Railways, IRCTC: कोरोना संकट के चलते रेलवे में सफर करना अब पहले जैसा नहीं रहा। यात्रियों को कई नियमों का पालन करना होता है। संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए इंडियन रेलवे सख्ती से पेश आ रही है। रेलवे लगातार नए-नए फैसले ले रही है और ट्रेन सफर को बेहतर और आरामदायक बनाने की दिशा में काम कर रही है। रेलवे ने तय किया है कि ट्रेनों में स्लीपर कोच को हटाया नहीं जाएगा।
ऐसी अटकलें हैं कि इन ट्रेनों में से स्लीपर क्लास के कोच हटा दिए जाएंगे। इन अटकलों को रेलवे ने खारिज कर दिया है। दरअसल बीते रविवार को ये घोषणा की थी कि मेल और एक्स्प्रेस ट्रेनों में अतिरिक्त एसी कोच लगाने पर विचार किया जा रहा है। इसके बाद ऐसी अटकलें शुरू हो गई थीं।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ वीके यादव ने भविष्य की प्लानिंग का जिक्र एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के जरिए किया है। रेलवे बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि चुनिंदा मार्गों पर चलने वाली ट्रेनों में सिर्फ एयर कंडीशन डिब्बे होंगे, लेकिन रेलवे विभाग पूरी तरह से स्लीपर श्रेणी के डिब्बों को हटाने की योजना पर विचार नहीं कर रहा है।’
उन्होंने बताया कि ‘अब रेलवे ने तय किया है कि रेलवे अपने नेटवर्क के ट्रेनों की स्पीड को बढ़ाएगी। रेलवे ने तय किया है कि नई दिल्ली-मुंबई और नई दिल्ली-कोलकाता रूट पर चलने वाली ट्रेनों की स्पीड को बढ़ाया जाएगा।’
उन्होंने जानकारी दी है कि नई दिल्ली-मुंबई और नई दिल्ली-कोलकाता रूट पर ट्रेनों की स्पीड जल्द 160 किलो मीटर प्रति घंटा होगी। इसपर तेजी से काम चल रहा है और ट्रैक को अपग्रेड किया जा रहा है। वर्तमान में, अधिकांश रूट्स पर, मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की स्पीड 110 किमी प्रति घंटे या इससे कम है। एसी कोच का टिकट सस्ता करने के उद्देश्य से एसी-3 टीयर कोच बनाने का फैसला लिया गया है। फिलहाल इनकी टेस्टिंग की जा रही है।’