Indian Railway, IRCTC iPay Train Ticket booking Online: भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए नए-नए कदम उठा रही है। इसी क्रम में इंडियन रेलवे एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने अपना पेमेंट एग्रीगेटर सिस्टम लॉन्च किया है। इसका नाम IRCTC iPay है। यह भारत सरकार के डिजिटल इंडिया कदम को बढ़ावा देगा। पीटीआई के अनुसार, रेलवे के कैटरिंग एवं टिकटिंग शाखा की तरफ से एक बयान जारी कर कहा गया कि इस एक्सक्लूसिव डिजिटल पेमेंट गेटवे से यात्रियों को एक बेहतर ऑनलाइन डिजिटल पेमेंट सुविधा मिलेगी। इससे आईआरसीटीसी वेबसाइट के माध्यम से यात्रियों को यात्रा संबंधी सुविधाएं लेने में आसानी होगी।
बयान में कहा गया है, “IRCTC iPay के लॉन्च के साथ, यात्रियों को किसी भी थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि iPay क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस), इंटरनेशनल कार्ड जैसे भुगतान का विकल्प देता है। आईआरसीटीसी प्रीपेड कार्ड कम वॉलेट और ऑटो डेबिट का विकल्प भी जल्द ही यात्रियों को उपलब्ध करवाया जाएगा।
इस नई सुविधा के तहत आईआरसीटीसी के पास बैंकों, कार्ड नेटवर्क व अन्य पार्टनरों के साथ सीधे संबंध की वजह से पेमेंट सिस्टम पर पूरी तरह से नियंत्रण होगा। बयान में कहा गया है, “नए पेमेंट एग्रीगेटर की वजह से आईआरसीटीसी और बैंकों के बीच गैप को कम करने में मदद मिलेगी और भुगतान असफल होने के मामले में काफी कमी आएगी। इसके अलावा, यदि कोई ऑनलाइन लेनदेन असफल रहता है या कोई अन्य गलती होती है तो आईआरसीटीसी थर्ड पार्टी की जगह सीधे बैंक से संपर्क कर सकता है। पहले थर्ड पार्टी के माध्यम से संपर्क करने की वजह से त्रुटी को सही करने में काफी समय लगता था।
रिफंड मिलने में होगी आसानी: आईआरसीटीसी वेबसाइट के माध्यम से टिकट सहित अन्य रेलवे सुविधाओं की बुकिंग करना आसान हो गया है। न तो लंबी लाइन में लगने की जरूरत होती है और न हीं ज्याद समय लगता है। लोग घर बैठे यात्रा संबंधी सभी जरूरी सेवाओं की बुकिंग कर लेते हैं। हालांकि, असली परेशानी टिकट रद्द करवाने के बाद उसके रिफंड में होती है। पिछले कुछ समय में यह बात सामने आयी है कि कई यूजर्स आईआरसीटीसी के पेमेंट लिस्ट में अपना बैंक कार्ड डिटेल नहीं प्राप्त कर सके। ऐसा थर्ड पार्टी पेमेंट गेटवे की वजह से हुआ। लेकिन अब आईआरसीटीसी द्वारा लॉन्च किए गए IRCTC-iPay की वजह से रिफंड की समस्या का काफी हद तक सामाधान हो जाएगा। कम समय में लोगों का पैसा रिफंड हो जाएगा।