कुछ कार बनाने वाली कंपनियों के व‍िरोध के बावजूद परिवहन मंत्रालय सभी पैसेंजर्स व्‍हीकल में छह एयरबैग लगाने के अपने फैसले के साथ आगे बढ़ रहा है। जिसपर कइ कार कंपनियों ने इस फैसले से वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी की बात कही थी। एक वरिष्‍ठ अधिकारी के अनुसार, सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मंत्रालय जल्‍द ही नियमों को जारी करेगा, इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।

मंत्रालय की ओर से जनवरी 2022 में पैसेंजर्स की सेफ्टी के लिए एक ड्राफ्ट गाइडलाइन जारी की गई थी। इसके तहत 1 अक्टूबर से सभी नई कारों में छह एयरबैग, चार पैसेंजर एयरबैग और दो साइड या कर्टेन एयरबैग लगाए जाने की बात कही गई थी। जिसे लेकर एक महीने बाद नियमों को अंतिम रूप देने की संभावना की जा रही थी, लेकिन अभी भी कंपनियों से फीडबैक की उम्‍मीद की जा रही है।

कार खरीदना आसान नहीं होगा
भारत के सबसे बड़े कार निर्माता ने रॉयटर्स को बताया कि इस तरह के नियम से छोटी कारों को और अधिक महंगा बना दिया जाएगा और कुछ संभावित खरीदारों को दूर कर दिया जाएगा, जो एक वाहन के लिए अधिक खर्च नहीं कर सकते। बता दें कि सभी कारों में ड्राइवर और फ्रंट पैसेंजर एयरबैग पहले से ही अनिवार्य हैं।

सरकार ने बताया कितना आएगा खर्च
सरकार का अनुमान है कि चार और एयरबैग जोड़ने पर 75 डॉलर से अधिक की लागत नहीं आएगी। हालांकि, ऑटो मार्केट डेटा प्रदाता जाटो डायनेमिक्स का अनुमान है कि यह लागत में कम से कम 231 डॉलर की वृद्धि कर सकता है।

क्‍या होगा लाभ
मंत्रालय का अनुमान है कि सीट बेल्ट के साथ एयरबैग होने से 2020 में सड़क दुर्घटनाओं में आमने-सामने या साइड की टक्कर से मरने वाले 39,000 लोगों में से कम से कम एक तिहाई लोगों की जान बच जाती।