PAN CARD: अगर आप सोशल मीडिया पर अपने पैन कार्ड के 10 अंकों वाली अल्फान्यूमेरिक पहचान संख्या शेयर करते हैं तो सावधान हो जाइए। आयकर विभाग ने इसको लेकर एक वॉर्निंग जारी की है। विभाग ने कहा है कि ऐसा करना आपको मुसीबत में डाल सकता है और आप फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं। विभाग के मुताबिक टैक्सपेयर्स ट्विटर,फेसबुक और लिंकेडीन जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर इनकम टैक्स रिटर्न, आईटीआर रिफंड से संबंधित जानकारी पाने के लिए पैन कार्ड में छपी अपनी निजी जानकारी को शेयर कर रहे हैं।
आयकर विभाग की सोशल मीडिया टीम इस संबंध में ऐसे टैक्सपेयर्स को किसी भी तरह की जानकारी साझा न करने के लिए बार-बार आगाह कर रही है। विभाग ने ट्वीट किया ‘हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप अपने पैन कार्ड की डिटेल्स को सोशल मीडिया पर शेयर न करें ऐसा करने पर आपकी निजी जानकारियों का गलत इस्तेमाल हो सकता है।’ दरअसल शरारती तत्व आपकी निजी जानकारियों का इस्तेमाल कर आपके अकाउंट से ट्रांजेक्शन कर पैसा चुरा सकते हैं। इसके अलावा यूआईडीएआई ने भी आधारकार्डधारकों को भी इसी तरह की वॉर्निंग जारी की है।
यूआईडीएआई ने कहा है कि सार्वजनिक जगहों पर आधार से जुड़ी निजी जानकारियों को साझा न किया जाए ऐसा करना आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। मालूम हो कि करोड़ो नागरिकों के आधार और पैन कार्ड का एक दूसरे लिंक्ड हैं। ऐसे में किसी एक की भी जानकारी सार्वजनिक होने से आपके साथ फ्रॉड हो सकता है। वहीं आयकर विभाग ने नागरिकों के इनकम टैक्स रिटर्न, आईटीआर रिफंड से संबंधित समस्याओं पर सवाल-जवाब के लिए एक ‘ऑनलाइन क्वेरी’ शुरू की है। नागरिक इस पर सवाल पूछ सकते हैं जिसका जवाब आपको आयकर विभाग के अधिकारी देंगे।
इस फॉर्म में आपको अपना नाम, पैन, मोबाइल नंबर, इमेल आईडी, आपकी डिटेल्ड क्वेरी और सोशल मीडिया यूजर आईडी की जानकारी देनी होगी। इस फॉर्म को भरने के बाद आयकर विभाग आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देने की कोशिश करेगा।