व्हीक्ल के इंजन के लिए सबसे ज्यादा जरूरी चीजों में इंजन ऑयल को माना जाता है। इंजन ऑयल किसी भी व्हीक्ल के इंजन को सालों साल फ्रेश रखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। इंजन ऑयल इंजन में मौजूदा कार्बन और गंदगी को भी साफ करता है।
कई लोग सर्विस के दौरान इंजन ऑयल जरूर बदलवा लेते हैं। कई लोग सर्विस ही समय पर नहीं करवाते। इंजन ऑयल को समय पर बदलना बेहद जरूरी होता है। ऐसा न करना आपके व्हीक्ल को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। इंजन ऑयल समय पर न बदला जाए तो इससे गाड़ी को क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं?
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आम तौर पर इंजन ऑयल को हर 5,000- 6,000 किलो मीटर के बाद एक बार जरूर बदल लेना चाहिए। ऐसा करने से इंजन की लाइफ तो बढ़ेगी ही साथ ही परफॉरमेंस में भी सुधार आएगा। इंजन ऑयल में लुब्रिकेशन से इंजन में हर हिस्से या पुर्जे को प्रोटेक्शन मिलती है।
– समय पर इंजन ऑयल न बदलवाने पर फ्यूल की खपत बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इंजन पुराने और काले पड़ चुके ऑयल से बेहतर परफॉरमेंस देने में सक्षम नहीं रह जाता।
– इसके साथ ही इंजन ओवरहीट की समस्या भी सामने आती है।
– गाड़ी के इंजन के शोर का स्तर बढ़ जाता है।
– कई मामले तो ऐसे भी होते हैं जिनमें इंजन पूरी तरह ठप पड़ जाता है।
खुद भी बदल सकते हैं इंजन ऑयल
इंजन ऑयल बदलने से पहले आपको अपने व्हीक्ल के इंजन को पांच मिनट के लिए स्टार्ट रखना होगा। ऐसा इंजन के गर्म होने के लिए करना होगा जिससे उसमें मौजूद ऑयल गर्म होने के बाद थोड़ा पतला हो जाए। इतना करने के बाद इंजन के नीचे लगे उस कैप को घुमाकर खोल लें और इंजन ऑयल को बर्तन में डाल लें।
अगर आप बेहतर तरीके से बचे ऑयल को निकालना चाहते हैं तो इंजन को फ्लश भी कर सकते हैं। इसके लिए थोड़ा सा पेट्रोल लेकर इंजन में डालें और इंजन स्टार्ट कर दें उसके बाद सारा कचरा निकल जाएगा। इतना करने के बाद अब आप नया ऑयल इंजन में डाल दें। इस दौरान आप ऑयल फिल्टर को भी बदल लें तो बेहत रहेगा। इससे ऑयल और इंजन दोनों की उम्र बढ़ जाती है।