महत्त्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रूप से एक से दूसरे स्थान तक ले जाना हमेशा ही चुनौती भरा काम लगता है। हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं हमारा कोई दस्तावेज खो न जाए। इसके अलावा उन्हें डिजिटली रूप से रखने में भी चोरी होने का डर लगा रहता है। इन सभी परेशानियों का एक ही हल है, ‘डिजिलॉकर’। हालांकि इस सेवा को शुरू हुए पांच से अधिक वर्ष हो चुके हैं लेकिन आज भी बहुत कम लोग ही इसके बारे में जानते हैं।
‘डिजिलॉकर’ का उपयोग मोबाइल एप या डेस्कटॉप पर किया जा सकता है। यह लॉकर आपके बैंक के लॉकर की तरह ही काम करता है लेकिन ‘डिजिलॉकर’ में आपके दस्तावेज जैसे जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, अंकपत्र, प्रमाणपत्र, लाइसेंस आदि डिजिटल रूप में रखे जाते हैं। इस लॉकर में हर उपयोगकर्ता को दस जीबी का स्पेस मिलता है। ‘डिजिलॉकर’ का इस्तेमाल करके आप अपने दस्तावेजों के लिंक ईमेल पर भेज सकते हैं। इससे आपको अपने दस्तावेज स्कैन करके भेजने की आवश्यकता नहीं है।
अगर इसके फायदों की बात करें तो सबसे बड़ा लाभ यही है कि आपको अपने दस्तावेज हमेशा अपने साथ रखने की आवश्यकता नहीं है। आपको जब भी, जहां भी जरूरत हो, डिजिलॉकर के जरिए उस दस्तावेज का इस्तेमाल कर सकते हो। आप इस सेवा का उपयोग दुनिया के किसी देश में जाकर कर सकते हो। यहां आपके दस्तावेज पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सहित विभिन्न बोर्ड और विश्वविद्यालय अपने अंकपत्र और प्रमाणपत्र की कॉपी अब सीधे डिजिलॉकर में भेज देते हैं। इससे यह दस्तावेज यहां डिजिटल रूप से हमेशा के लिए सुरक्षित हो जाता है।
डिजिलॉकर में रहने की वजह से आपके दस्तावेजों के खराब होने की आशंका भी पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।
साक्षात्कार के लिए जाते समय आपको दस्तावेजों की कोई फाइल ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी। आप वहां पर मोबाइल एप या वेबसाइट के माध्यम से इन दस्तावेजों को दिखा सकते हैं। सबसे जरूरी बात यह सेवा पूरी तरह से सरकारी है जिसके लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा।

