कई लोगों को पीपीएफ या लोक भविष्य निधि खाता आॅनलाइन खोलने में मुश्किल आती है। स्टेट बैंक आॅफ इंडिया ने इस संबंध में अपने ग्राहकों की मदद करने की कोशिश की है। ऐसे सभी ग्राहक जिनके स्टेट बैंक में एक या उससे ज्यादा खाते हैं, वह सभी पीपीएफ खाता खोलने के लिए एप्लिकेशन फॉर्म को बैंक की आधिकारिक वेबसाइट onlineSBI.com पर आॅनलाइन भी भर सकते हैं।
ग्राहक अपना आॅनलाइन पीपीएफ खाता खोलने के लिए जरूरी जानकारियां जैसे शाखा का कोड और नॉमिनी का नाम आॅनलाइन जमा करेंगे। इस संबंध में मदद के लिए स्टेट बैंक ने अपनी वेबसाइट पर जानकारी देने के लिए वीडियो भी जारी किया है। इस फॉर्म को पूरा करने के लिए खाताधारक को अपना फोटो अपलोड करना होगा। जबकि पीपीएफ खाते के लिए शाखा का चुनाव करना होगा।
ग्राहक द्वारा जमा की जाने वाली केवाईसी दस्तावेज में, पैन कार्ड नंबर और आधार कार्ड की प्रतियों को फॉर्म के साथ ही भरकर एसबीआई शाखा में जमा करना पड़ता है। बता दें कि पैन कार्ड में 10 अंकों का अल्फान्यूमेरिक नंबर दिया होता है। ये नंबर करदाता को आयकर विभाग के द्वारा जारी किया जाता है।
इंटरनेट बैंकिंग (OnlineSBI.com) के जरिए कैसे पीपीएफ (लोक भविष्य निधि) खाता खोलें :
बैंक ने अपने ग्राहकों को चरणबद्ध तरीके से इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा का इस्तेमाल करते हुए अपना पीपीएफ खाता खोलने का तरीका बताया है।
1. सबसे पहले ग्राहक को स्टेट बैंक के पोर्टल onlineSBI.com पर अपने इंटरनेट बैंकिंग खाते में लॉग इन करना होगा।
2. लॉग इन करने के बाद, उपभोक्ता को ‘नया पीपीएफ खाता’ के विकल्प पर क्लिक करना होगा। ये विकल्प आपको ‘रिक्वेस्ट एंड इंक्वायरी’ सेक्शन में मिलेगा।
3. इस चरण के बाद, ग्राहक को अपने बचत खाते की जानकारी कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देगी।
4. अगर पीपीएफ खाता किसी नाबालिग के लिए खोला जा रहा है तो उपभोक्ता को पेज पर दिए गए सही विकल्प की जांच करनी होगी। यूजर को कुछ अन्य जानकारियां जैसे नाबालिग का नाम और आवेदनकर्ता के साथ उसके रिश्ते के संबंध में भी जानकारी देनी होगी।
5. अगर पीपीएफ खाता किसी व्यस्क के लिए खोलना हो तो यूजर को अपनी इच्छित बैंक शाखा का नंबर देना होगा। इससे आपका पीपीएफ खाता उसी शाखा में खोला जाएगा, जहां का आपने नंबर दिया है। बता दें कि बैंक का शाखा कोड पांच अंक का होता है। यदि ग्राहक को अपनी पसंद की शाखा का कोड नहीं पता है तो वह साइट पर मौजूद ‘ब्रांच लोकेटर’ टूल की मदद से शाखा का कोड ढूंढ सकता है।
6. इस चरण के बाद, यूजर को अपने उत्तराधिकारी की जानकारी देनी होगी। स्टेट बैंक आपको अपने पीपीएफ खाते के लिए पांच उत्तराधिकारी के चुनाव की अनुमति देता है। यूजर को अपने उत्तराधिकारियों के बीच पीपीएफ खाते की राशि के बंटवारे के अनुपात को चुनने की भी आजादी रहती है। उदाहरण के लिए, पीपीएफ खाते में यदि एक उत्तराधिकारी है तो खाताधारक उसे खाते में 100 फीसदी राशि का वारिस बना सकता है। लेकिन यदि खाता धारक चाहें तो दो उत्तराधिकारियोें के बीच मनचाही मद जैसे 50-50 या 70-30 के अनुसार भी बंटवारा कर सकता है।
7. इसके बाद आगे की कार्यवाही के लिए यूजर को सब्मिट बटन दबाना होगा। इस चरण के बाद, यूजर को अगले पेज पर रेफरेंस नंबर दिखाई देगा।
8. इस रेफरेंस नंबर का उपयोग करने के बाद, खाताधारक चाहें तो इस फॉर्म को डाउनलोड कर सकता है और चाहें तो इसका प्रिंटआउट भी ले सकता है।
9. बैंक के मुताबिक, इस फॉर्म में सभी जरूरी जानकारियां भरने और निर्धारित स्थान पर अपना फोटोग्राफ चिपकाने के बाद इसे केवाईसी दस्तावेजों के साथ 30 दिनों के भीतर एसबीआई शाखा में जमा किया जा सकता है।