प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार ( 30-मई- 2022) को कोरोना महामारी के दौरान अपने माता पिता को खो चुके बच्चों के लिए पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम की शुरुआत की। इस स्कीम के तहत बच्चों की पढ़ाई से लेकर स्वास्थ्य और बेसिक रहन- सहन के लिए सरकार वित्तीय मदद देगी। आइए जानते हैं पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम का फायदा किन लोगों की मिलेगा और कैसे?

मोदी सरकार ने इस योजना के लिए लाभार्थियों को तय करने की कट ऑफ डेट 11 मार्च 2020 से 28 मार्च 2022 रखी है। अगर इस तारीख के बीच में किसी भी बच्चे के माता-पिता या वैध अभिभावक की मृत्यु कोरोना से हो गई है तो उसे पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन स्कीम का लाभ मिलेगा। इस स्कीम का लक्ष्य बच्चों की देखभाल करना, स्वास्थ्य का ध्यान रखना, शिक्षा के जरिए सशक्त बनाना और 23 साल की आयु तक वित्तीय सहायता प्रदान करके उसे आत्मनिर्भर बनाना है।

PM CARES for Children के फायदे

  • इस योजना का लाभ 23 साल तक के बच्चों को मिलेगा।
  • इस योजना के तहत बेसिक जरूरतों को पूरा करने के लिए 4000 रुपए का मासिक भत्ता सरकार की ओर से दिया जाएगा।
  • 6 से 18 साल के बच्चों का सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल, केंद्रीय विद्यालय और निजी स्कूल मे एडमिशन करवाया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी डीएम की होगी।
  • अगर किसी बच्चे का प्राइवेट स्कूल में एडमिशन होता है तो सरकार उसकी फीस पीएम केयर फंड से भरेगी।
  • बच्चों को सरकार की ओर से यूनिफॉर्म, किताबें भी फ्री में मुहैया कराई जाएगी।
  • 18 से 23 साल के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए सरकार लोन उपलब्ध कराने में मदद करेगी और इसकी ब्याज पीएम केयर्स फंड से दी जाएगी।
  • इस स्कीम के तहत बच्चों को सरकार आयुष्मान हेल्थ कार्ड बना कर देगी, जिसकी मदद से बच्चे आसानी से किसी भी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का इलाज करा सकेंगे। बच्चों के 18 वर्ष के होने तक इसके प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स फंड की ओर से किया जाएगा।
  • 6 साल तक के बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी को दी गई है। इन्हीं केंद्रों पर उनके टीकाकरण हेल्थ चेकअप की सुविधा भी मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी।
  • बच्चों के 23 वर्ष पूरे होने के बाद उसके करियर के लिए सरकार की ओर से 10 लाख रुपए की राशि दी जाएगी।

कैसे मिलेगा फायदा?: इस योजना का लाभ पाने के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन पोर्टल पर लॉग इन करना होगा। इसके साथ ही सरकार की ओर से भी राज्यों को लाभार्थियों की पहचान करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।