गुरुग्राम में प्रॉपर्टी लेना महंगा हो गया है। गुरुग्राम देश के सबसे महंगे शहरों में शुमार है। यहां पर घर, प्लॉट या दुकान खरीदना और भी महंगा हो गया है। गुरुग्राम एडमिनिस्ट्रेशन ने सर्कल रेट में 10 से 30 फीसदी की वृद्धि की है। नए सर्कल रेट 1 दिसंबर से ही प्रभावित हो जाएंगे और 31 मार्च तक लागू रहेंगे। आवासीय, कृषि और कमर्शियल भूमि के सर्कल रेट को बढ़ाया गया है।
सर्कल रेट में 30 फीसदी तक की वृद्धि
जहां बाजार का मूल्य अधिक था, वहां पर सर्कल रेट में 30 फीसदी तक की वृद्धि की गई है। गुरुग्राम के कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि नए सर्कट रेट का निर्धारण रिसर्च और इलाकों की संपत्ति की कीमतों के आधार पर तय किया गया है। गुरुग्राम प्रशासन के फैसले के बाद अब ज्यादातर क्षेत्रों में 20 से 30 फीसदी सर्किल रेट बढ़ जाएंगे।
वहीं जो शहर के प्रमुख और महंगे इलाके हैं, वहां पर सर्कल रेट में 30 फीसदी तक की वृद्धि होगी। गुरुग्राम के कलेक्टर अजय कुमार ने कहा कि बाजार मूल्य को देखते हुए सर्कल रेट में वृद्धि जरूरी थी। हरियाणा सरकार ने कुछ दिन पहले ही सर्कल रेट बढ़ाने की घोषणा की थी।
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ANAROCK ग्रुप के उपाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया, “सर्कल दरों में कोई भी वृद्धि या कमी संबंधित राज्य अधिकारियों द्वारा की जाती है और यह किसी विशेष शहर या राज्य में क्या होता है उससे जुड़ा नहीं है। कुछ राज्य हर साल दरों में मामूली बढ़ोतरी करते हैं तो कुछ साल में दो बार बढ़ाते हैं। उदाहरण के लिए हरियाणा में आमतौर पर वर्ष में दो बार कीमतें संशोधित की जाती हैं।”
क्या होता है सर्कल रेट?
सर्कल रेट सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मूल्य है जिस पर एक रियल एस्टेट संपत्ति बेची जा सकती है। यह घर, प्लॉट, फ्लैट या व्यावसायिक प्रतिष्ठान के ट्रांसफर पर भी लगाया जाता है। यह राज्य सरकार के राजस्व के प्रमुख स्रोतों में से एक है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी बढ़ सकता सर्कल रेट
बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी सर्कल रेट बढ़ सकता है। स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग ने जिला मजिस्ट्रेट को सर्किल दरों को अपडेट करने का प्रस्ताव दिया है। ये पिछले 5 वर्षों से नहीं बदला हैं। प्रस्ताव का उद्देश्य आवासीय क्षेत्रों में सर्कल दरों में 25-30%, इंडस्ट्रियल, कॉमर्शियल और आईटी क्षेत्रों में 10% और कृषि योग्य जमीन के मामले में 15% की वृद्धि करना है।
