कोरोना संकट के चलते ऑटो सेक्टर पर पड़ रहे विपरीत प्रभाव पर मोदी सरकार ने कमर कस ली है। ऑटो सेक्टर को फिर से पहले की तरह पटरी पर लाने के लिए सरकार जीएसटी दर में बदलाव कर सकती है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी साझा की है।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के 60वें वार्षिक सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री ने महामारी से बुरी तरह प्रभावित ऑटो सेक्टर को इस संबंध में समर्थन का आश्वासन दिया। सम्मेलन में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री पीयूष गोयल और प्रकाश जावड़ेकर मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्रिमंडल के मंत्रियों ने संकेत दिए कि माल और सेवा कर (जीएसटी) में कमी जैसे संभावित उपायों पर विचार चल रहा है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा ‘ऑटोमोटिव इंडस्ट्री देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। माल और सेवा कर (जीएसटी) में कमी जैसे संभावित उपायों पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, दरों में कटौती पर जीएसटी काउंसिल ही फैसला लेगी। दोपहिया, तिपहिया, पब्लिक ट्रांसपोर्ट सर्विसेज और चार पहिया वाहनों के लिए कटौती होने की संभावना है।’
वर्तमान में दोपहिया वाहनों पर 28 फीसदी जीएसटी देना होता है। दोपहिया वाहनों पर 28 फीसदी जीएसटी को घटाकर 18 फीसदी करने से दोपहिया वाहनों का दाम 10 हजार रुपये तक सस्ते हो सकते है।
बीते दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी जीएसटी दरों को फिर से बदलने के संकेत दिए थे। ऑटो सेक्टर को लेकर सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के आंकडें चौंकाने वाले हैं। कोरोना और फिर चलते यात्री वाहनों की बिक्री में 51 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।