फेसबुक एक ऐसा डिजिटल वॉलेट शुरू करने की तैयारी कर रहा है जिसमें क्रिप्टोकरेंसी स्टोर की जा सकेंगी। कंपनी के एक सीनियर अधिकारी ने यह बात कही है। फेसबुक के क्रिप्टो यूनिट के हेड डेविड मारकस ने कहा कि कंपनी इसी साल ‘नोवी’ नाम का वॉलेट लॉन्च कर सकती है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल डॉलर करेंसी के लिए फेसबुक डाइम नाम का वॉलेट भी लाना चाहती है लेकिन अभी इसमें वक्त लगेगा। नोवी उससे पहले ही लॉन्च किया जा सकता है। बता दें कि 2019 में फेसबुक ने अपनी क्रिप्टोकरेंसी लाने का भी दावा किया था। इसका नाम लिब्रा बताया गया था। हालांकि विश्वसनीयता और सुरक्षा की कमी की वजह से यह प्रोजेक्ट कामयाब नहीं हो पाया है।
भारत में भी बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का बोलबाला
भारत में भी अब धीरे-धीरे क्रिप्टोकरेंसी में लोगों ने निवेश करना शुरू कर दिया है। भारत सरकार भी इसको लेकर जल्द कोई बड़ा फैसला ले सकती है। बताया जा रहा है सरकार इसे असेट या कमोडिटी की श्रेणी में डाल सकती है। हालांकि इसपर अभी टैक्स को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
अभी सरकार को इस दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स किस तरह से लगाया जाए। इसे असेट माना जाए या फिर कमोडिटी। इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इन सब बातों के नियम निर्धारित करने के लिए सरकार कानून भी बना सकती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कहा था कि डिजिटल मुद्रा से विधेयक को लेकर कैबिनेट की मंजूरी होनी है। इसे कैबिनेट के सामने रख दिया गया है। यह भी कहा जा रहा है कि दिसंबर में आरबीआई भी अपनी डिजिटल करेंसी लॉन्च कर सकता है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि पहले इसे ट्रायल के तौर पर शुरू किया जाएगा और अगर प्रयोग सफल रहेगा तो फिर लॉन्चिंग होगी।