ESIC Scheme (कर्मचारी राज्य बीमा निगम) के साथ जुलाई के महीने में नए सदस्यों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली है, जो इस बात के संकेत हैं कि कोरोना काल के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ESIC Scheme में जुलाई 2021 में लगभग 13.21 लाख नए सदस्य कर्मचारी राज्य बीमा योजना (ESIC Scheme) में शामिल हुए, जबकि जून में 10.58 लाख, मई में 8.87 लाख और अप्रैल में 10.72 लाख नए सदस्य शामिल हुए।

नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (NSO) द्वारा ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि जुलाई में कुल 13.21 लाख नए नामांकन हुए हैं, जिनमें से 2.26 लाख महिलाएं है, जो चालू वित्त वर्ष में अब तक किसी भी महीने में सबसे ज्यादा हैं। हालांकि साल के हिसाब से अभी भी नए नामांकनों की संख्या कम है। रिपोर्ट के अनुसार, 2020-21 में 1.15 करोड़ नए सदस्य ESIC से जुड़े, जो 2019-20 में 1.51 करोड़ और 2018-19 में 1.49 करोड़ से कम है।

रिपोर्ट के अनुसार सितंबर 2017 से मार्च 2018 के दौरान लगभग 83.35 लाख नए सदस्य ESIC योजना से जुड़े थे। जबकि सितंबर 2017 से जुलाई 2021 के बीच कुल मिलाकर 5.42 करोड़ नए सदस्य इस योजना से जुड़ चुके हैं।

क्या है ESIC Scheme: कम आय वाले नौकरीपेशा कर्मचारियों के स्वास्थ्य लाभ के लिए केन्द्रीय श्रम मंत्रालय इस योजना को चलाती है। इसके तहत आने वाले अस्पतालों का संचालन राज्य सरकार द्वारा किया जाता है। इस योजना का फायदा प्राइवेट कंपनियों और कारखानों में काम करने वाले कर्मचारियों को मिलता है। ESIC के तहत मुफ्त इलाज का फायदा लेने के लिए आपको ESI डिस्पेंसरी या फिर हॉस्पिटल जाना होता है। इस योजना में पंजीकृत होने के बाद आपको एक कार्ड दिया जाएगा। इस कार्ड के जरिए अस्पताल या डिस्पेंसरी में जाकर मुफ्त इलाज कराया जा सकता है।

ईएसआई कार्ड के फायदे: इस योजना (ESIC Scheme) के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों को कई तरह के फायदे मिलते हैं। सबसे पहला फायदा तो बीमित व्यक्ति और उसके परिवार के सदस्यों को मुफ्त इलाज का मिलता है। इसके अलावा बीमारी के दौरान छुट्टी के लिए 91 दिनों का नकद भुगतान किया जाता है। मैटरनिटी लीव पर गई महिलाओं को डिलीवरी में 26 हफ्तों तक और गर्भपात की स्थिति में 6 हफ्तों तक औसत वेतन का 100 फीसदी भुगतान किया जाता है।

टेंपरेरी डिसेबिलिटी की स्थिति में ठीक होने तक और परमानेंट डिसेबिलिटी की स्थिति में पूरे जीवन मासिक पेंशन की सुविधा मिलती है। इसके अलावा आश्रितों को पेंशन, बेरोजगारी भत्ता, रिटायरमेंट के बाद फ्री इलाज, महिला की ESIC अस्पताल से बाहर डिलेवरी कराने पर 7500 रुपये तक मिलते हैं। इसके अलावा यदि इलाज के दौरान मौत हो जाती है तो अंत्येष्टि व्यय के तौर पर 15 हजार रुपये भी दिए जाते हैं।