EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने E-Inspection और Digi Locker की सेवाओं को लॉन्च कर दिया है। अब आपको यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) को हासिल करने के लिए अपनी कंपनी पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। नियमों के मुताबिक किसी भी कर्मचारी को यूएएन हासिल करने के लिए अपनी कंपनी पर ही निर्भर रहना पड़ता है। जॉब बदलने की स्थिति में कर्मचारी कंपनी से संपर्क करते हैं।

ईपीएफओ की नई सेवा के तहत अब कोई भी कर्मचारी ईपीएफओ की वेबसाइट पर जाकर खुद ही यूएएन जनरेट कर सकेंगे। यह सुविधा औपचारिक क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए शुरू की गई है। इस सेवा का फायदा पीएफ, पेंशन और लाइफ इंशोयरेंस का फायदा उठाने के लिए अनिवार्य यूएएन जनरेट करने के लिए आसानी से किया जाएगा।

यही नहीं कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पेंशनर्स की सहुलितय को ध्यान में रखते हुए Digi Locker सेवा भी शुरू की है। इसके जरिए पेंशनर्स पेंशन से जुड़े दस्तावेजों को डाउनलोड करने के बाद Digi Locker में संभाल कर रख सकेंगे।

इसके अलावा ईपीएफओ ने ई-इंस्पेक्शन को भी लॉन्च कर दिया है। ईसीआर फाइलिंग न करने वाले लोगों के लिए यह बेहद फायदेमंद है। वो लोग इसका इस्तेमाल कर सभी जानकारी हासिल कर सकते हैं। केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने ईपीएफओ के 67वें स्थापना दिवस पर यहां इन दोनों सुविधाओं की शुरुआत की। उन्होंने ई-निरीक्षण की भी शुरुआत की।

बता दें कि यूएएन के जरिए आप अपने अकाउंट का बैलेंस कहीं से भी चेक कर सकते हैं, साथ ही पासबुक और यूएएन कार्ड भी डाउनलोड कर सकते हैं। पीएफ या कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ), कर्मचारी और नियोक्ता दोनों द्वारा जमा किया जाता है। यह पैसा आपकी मासिक वेतन से हर महीने कटता है।

यह निवेश कर्मचारी के लिए रिटायरमेंट कॉर्पस बनाने की दिशा में किया जाता है। 12 प्रतिशत का समान योगदान, कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को मिलकर ईपीएफ खाते में किया जाता है। सेवानिवृत्ति के समय कर्मचारी को ईपीएफ ब्याज राशि के साथ अपना पीएफ मिलता है। भारत में कई लोग अपने पीएफ के पैसे पर निर्भर हैं।