असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का आंकड़ा जुटाने और उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिए ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत की गई है। जिसके तहत मजदूर, किसान और कुछ छात्र भी आवेदन करा सकते हैं। ई- श्रम पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुसार 26 करोड़ 78 लाख से अधिक लोगों ने इसपर रजिस्ट्रेशन किया है। जिसमें से सबसें अधिक यूपी का आंकड़ा है।
ई श्रम के लिए पंजीकरण करने वाले उम्मीदवारों को एक विशिष्ट पहचान संख्या (यूएएन) कार्ड दिया जाता है। इस पोर्टल के तहत 30 करोड़ श्रमिकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत निर्माण श्रमिक, प्रवासी श्रमिक, प्लेटफार्म कलाकार, रेहड़ी लगाने वाले, घरेलू कामगार, कृषि कामगार और अन्य संगठित कामगारों को लाभ दिया जाता है।
किन छात्रों को दिया जाता है लाभ
ई- श्रम पोर्टल के FAQ सेक्शन के तहत दी गई जानकारी के अनुसार, असंगठित क्षेत्र के लोग जिनकी उम्र 16 साल से लेकर 59 साल के बीच है, ऐसे लोग यह कार्ड बनवा सकते हैं। यानी कि 16 साल से ऊपर के छात्र ई-श्रम कार्ड का लाभ ले सकते हैं। जबकि अगर ऐसे लोग जो ईपीएफओ (EPFO) या ईएसआईसी (ESIC) के सदस्य हैं, उन्हें इसका फायदा नहीं मिल सकता है।
इन छात्रों को नहीं मिलता लाभ
वहीं जानकारी दी गई है कि जिनकी उम्र 16 साल से कम है, वे यह कार्ड नहीं बनवा सकते हैं। बाकी ऐसे स्टूडेंट जिनकी उम्र 16 साल या इससे ज्यादा है ई-श्रम कार्ड बनवा सकते हैं।
क्या मिलता है लाभ
- यूपी सरकार ऐसे मजदूरों के खाते में हर महीने 500 रुपये का लाभ दे रही है।
- ई- श्रम कार्ड के तहत 2 लाख तक का बीमा बिना किसी प्रीमियम के दिया जाता है।
- इसके तहत सरकारी योजनाओं का भी लाभ दिया जाता है।