सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट में कुछ संशोधन किए हैं। इन संशोधनों के मुताबिक यदि आपका ड्राइविंग लाइसेंस एक्सपायर हो गया है और उसे एक्सपायर हुए एक साल से ज्यादा हो गया है तो आपको ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। बता दें कि संशोधन से पहले ड्राइविंग लाइसेंस एक्सपायर होने के पांच साल बाद रिन्यू कराने के लिए ड्राइविंग टेस्ट देना होता था, लेकिन संशोधन के बाद यह समय सीमा 5 साल से घटाकर एक साल कर दी गई है।
मोटर व्हीकर एक्ट में हुआ संशोधन एक सितंबर से लागू हुआ है। अधिकतर लोग जो डीएल एक्सपायर होने के एक साल बाद रिन्यू कराने आ रहे हैं, उन्हें जब यह पता लग रहा है कि उन्हें इसके लिए ड्राइविंग टेस्ट देना होगा, तो उन्हें काफी हैरानी हो रही है। लोगों का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति ने 35 साल ड्राइविंग की और किसी वजह से वह अपना ड्राइविंग लाइसेंस एक साल तक रिन्यू नहीं करा पाया तो इसका मतलब ये तो नहीं कि वह ड्राइविंग भूल चुका है। लोगों का कहना है कि ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए मेडिकल टेस्ट और आंखों की जांच करना तो समझ में आता है, लेकिन दोबारा ड्राइविंग टेस्ट लेने का कोई मतलब नहीं है?
नए नियम को लेकर लोगों की नाराजगी पर जब ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि लोगों को लगता है कि हम उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं, लेकिन हम कुछ नहीं कर सकते, हम नियमों से बंधें हैं। अधिकारियों का कहना है कि सरकार को ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए कुछ महीने का समय देने की जरुरत थी, जिसके बाद ही ड्राइविंग टेस्ट की बाध्यता होनी चाहिए थी।
नियमों के मुताबिक कोई भी व्यक्ति उसका ड्राइविंग लाइसेंस एक्सपायर होने के एक साल पहले या फिर एक साल तक रिन्यू नहीं कराता है तो उसे एक साल के बाद रिन्यू कराने के लिए ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। पूर्व के नियमों के अनुसार, ड्राइविंग लाइसेंस पांच साल बाद रिन्यू कराने पर ही ड्राइविंग टेस्ट देना होता था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, वहीं इंटीग्रेटिड अर्बन ट्रांसपोर्ट, वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट, इंडिया के निदेशक अमित भट्ट का कहना है कि हम मानकर चलते हैं कि यदि आपने एक साल तक अपना ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू नहीं कराया है तो इसका मतलब है कि आप ड्राइविंग नहीं कर रहे हैं। ऐसे में हमें नहीं पता कि आपके ड्राइविंग स्किल कैसे हैं? सड़कों, ट्रैफिक जाम के बदलते स्वरुप के चलते यह बेहद महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति की रोड पर ड्राइविंग स्किल को टेस्ट किया जाए।

