राशन कार्ड एक बेहद ही महत्वपूर्ण दस्तावेज में से एक है। राज्य सरकार द्वारा जारी होने वाला यह कार्ड सब्सिडी पर अनाज लेने और अन्य कई कामों के लिए महत्वपूर्ण है। सरकारी दस्तावेज के रूप में इसे हाथों-हाथ स्वीकार किया जाता है। राशन कार्ड अलग-अलग कैटगिरी के तहत लोगों को दिए जाते हैं। राशन कार्ड धारकों को उनकी आर्थिक स्थिति के मुताबिक BPL, APL, AAY और AY कार्ड जारी किए जाते हैं।
ऐसे में राशन कार्ड के लिए अप्लाई करने से पहले आपके लिए यह जानना जरूरी हो जाता है कि इन कैटगिरी का मतलब क्या है और इनमें एक कार्डधारक को कितना फायदा मिलता है। सबसे पहले बात करें BPL कार्ड की तो यह गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को दिया जाता है। इसमें कौन लोग शामिल होंगे और कौन नहीं ये परिवार की आय और सदस्यों की संख्या के अनुसार तैयार किया जाता है। वहीं बात करें APL की तो यह उन लोगों को दिया जाता है जो कि गरीबी रेखा से ऊपर होते हैं लेकिन मिडल क्लास कैटगिरी के नीचे।
वहीं अंत्योदय (AAY) राशन कार्ड ‘अत्याधिक गरीब’ परिवारों को जारी किए जाते हैं। यह राशन कार्ड अंत्योदय योजना के तहत और ऐसे लोगों के लिए दिया गया है जो आर्थिक रूप से अन्य वर्ग के लोगों से कमजोर हैं।
इसके अलावा अन्नपूर्णा योजना (AY) कार्ड ऐसे लोगों को दिए जाते हैं तो असहाय, अति गरीब और अभावग्रस्त होते हैं। अति गरीब से मतलब वे वरीय नागरिक जिनकी आय को कोई सतत् स्रोत नहीं और अगर है भी तो वह नाम मात्र का होता है। ऐसे लोगों को भी इसमें शामिल किया गया है जो कि राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन पाने लायक हैं परंतु उन्हें राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त नहीं हो रही। ऐसे में जिन्हें AY कार्ड जारी किया जाता है तो उन्हें प्रति माह 10 किलो अनाज (छह किलो गेंहू और चार किलो चावल मुफ्त में दिया जाता है।
