दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने शहर में वायु प्रदूषण के मौजूदा हालात के मद्देनजर मेट्रो ट्रेनों और बसों में यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति दे दी, ताकि अधिक से अधिक लोग निजी वाहनों के स्थान पर सार्वजनिक परिवहन के साधनों का इस्तेमाल कर सकें। DDMA ने एक आदेश में कहा कि मेट्रो ट्रेन के प्रत्येक कोच में 30 यात्रियों को खड़े रहने की अनुमति होगी। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर बसों में कुल सीटों की संख्या के 50 फीसदी के बराबर यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति होगी।
कोविड-19 के मद्देनजर अभी तक मेट्रो ट्रेनों और बसों में सिर्फ उतने ही यात्रियों को सवार होने की अनुमति थी, जितनी उनमें सीटें हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक शनिवार को ‘बेहद खराब’ दर्ज किया गया और यह 374 था । आदेश में कहा गया है, ‘‘दिल्ली मेट्रो में 30 खड़े यात्रियों के साथ कोच की 100 प्रतिशत सीटों पर बैठने की अनुमति दी जाएगी। डीटीसी व क्लस्टर बसों में 100 फीसदी बैठने की क्षमता के साथ 50 फीसदी यात्रियों को खड़ा होकर यात्रा करने की अनुमति होगी।
अब DTC बसों और मेट्रो में ऐसे होगी यात्रा – DDMA ने अपने आदेश में कहा है कि मेट्रो 100 फीसदी क्षमता के साथ चल रही है। इसके साथ ही अब 30 यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे। वहीं डीटीसी बसों में 100 फीसदी बैठने की क्षमता के साथ 50 फीसदी यात्री खड़े होकर सफर कर सकेंगे। इसके साथ ही DDMA ने कहा है कि, बसों में यात्रियों को पीछले दरवाजें से प्रवेश करना होगा और अगले दरवाजें से अपने स्टॉप पर ऊतरना होगा। अगर यात्रियों के द्वारा इन नियमों का पालन नहीं किया जाएगा तो उनके खिलाफ रख्ता कार्रवाई की जाएगी।
नए नियम लागू करने की जिम्मेदारी DTC और DMRC की – DDMA ने अपने आदेश में साफ किया है कि, संशोधित आदेश को लागू कराने की जिम्मेदारी DTC और DMRC की होगी। अगर यात्री नियमों की अव्हेलना करें तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
दिल्ली-एनसीआर को प्रदूषण से जल्द मिलेगी थोड़ी राहत – दिल्ली-एनसीआर वासियों को रविवार को खराब हवा से थोड़ी राहत मिल सकती है। क्योंकि बीते कुछ दिनों से उत्तर-पश्चिम से आने वाली तेज हवा वायुमंडल में मौजूद प्रदूषण को फैलाने में मदद कर रही हैं। इससे वायु गुणवत्ता के स्तर में थोड़ा सुधार होगा।