ऑनलाइन सुविधाओं ने बैंकिंग प्रणाली को और आसान बना दिया है। वहीं कुछ साल पहले बैंक संबंधी किसी भी काम को करने के लिए बैंक की शाखा में जाना पड़ता था, लेकिन अब बहुत सी सुविधाएं बिना किसी परेशानी के घर बैठे ही मिल जाती हैं। शॉपिंग से लेकर पेमेंट करने तक के काम आप घर से ही कर सकते हैं।

वहीं तकनीक के बढ़ने के साथ ही बैंकिंग फ्रॉड के मामलों में भी इजाफा हुआ है। धोखेबाजों द्वारा हर दिन नए-नए तरीके अपनाएं जा रहे हैं। यहां सात ऐसे तरीके बताए जा रहे हैं, जिससे आप ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते हैं और अपने खाते को भी सुरक्षित कर सकते हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से हैं ये तरीके…

पासवर्ड बदलते रहें
हैकरों से अपने खाते को बचाने के लिए आपको अपने यूपीआई आईडी या एटीएम पिन को बदलते रहना चाहिए। साथ ही मोबाइल पासवर्ड को भी समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। पासवर्ड आप 2 से 3 महीने के अंतराल में चेंज कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको एक स्‍टांग पासवर्ड बनाना चाहिए, जिसमें नंबर, लेटर, स्‍पेशल करेक्‍टर आदि शामिल हों और यह पासवर्ड आपको किसी के साथ भी शेयर नहीं करना चाहिए।

नेट बैंकिंग के लिए पब्लिक कंप्यूटर का न करें उपयोग
कभी भी नेट बैंकिंग संबंधी कार्य के लिए पब्लिक कंप्यूटर जैस- साइबर कैफे का उपयोग नहीं करना चाहिए। यहां से हैकर्स आपके खाते संबंधी जरूरी जानकरी चुरा सकते हैं और आपका अकाउंट हैक कर खाते से पैसा निकाल सकते हैं।

वेरिफाईड ऐप या वेबसाइट का उपयोग
सलाह दी जाती है कि केवल उन्‍हीं वेबसाइट या ऐप का उपयोग करना चाहिए, जो सत्‍यापित हों। जैसे ट्रेन टिकट बुक करना चाहते हैं तो आप आईआरसीटीसी की ऑफिशियल वेबसाइट या ऐप का चयन करें। हालाकि ट्रेन टिकट के लिए कुछ अन्‍य वेरिफाइड वेबसाइट का भी उपयोग कर सकते हैं। वहीं अगर आप बिना वेरिफाइड वाले वेबसाइट या ऐप का चयन करते हैं तो आपके खाते संबंधी जानकारी लीक हो सकती है और आपके खाते से पैसा निकाला जा सकता है।

वहीं पेमेंट करने के लिए वेरिफाईड यूपीआई ऐप का उपयोग करें। जैसे फोन पे, पेटीएम, गूगल पे और एयरटेल पेमेंट बैंक ऐप आदि का उपयोग कर आप ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं।

सिक्‍योर इंटरनेट कनेक्‍शन
फ्री वाईफाई इंटरनेट और पब्लिक इंटरनेट का उपयोग आपके डेटा को चुरा सकता है। इस कारण उन्‍हीं इंटरनेट का उपयोग करें, जिससे आप परिचित हैं।

फ़िशिंग या विशिंग घोटालों के शिकार न हों
आपको ऐसे ईमेल, कॉल और संदेश मिले होंगे जो आपकी वित्तीय जानकारी का खुलासा करने के लिए आपको बरगलाने की कोशिश करते हैं। धोखेबाज एक बैंक कर्मचारी के रूप में आपके बैंक विवरण या कैशबैक, पुरस्कार आदि के नाम पर ओटीपी की मांग करते हैं। एक बार जब वे आवश्यक जानकारी प्राप्त कर लेते हैं, तो वे आपकी जानकारी के बिना आपके बैंक खाते तक पहुंच सकते हैं। इस कारण कभी भी ऐसे लिंक, फोन आदि का उत्तर नहीं देना चाहिए।

अपने डिवाइस को सुरक्षित करें
बढ़ते साइबर हमलों के साथ अपने पर्सनल कंप्यूटर या डिवाइस पर एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर स्थापित करना आवश्यक है। न केवल आपके कंप्यूटर पर एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करना बल्कि नियमित रूप से अपडेट भी आवश्यक है। यह किसी भी खतरे और दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों से निपटने में मदद करता है।

डेबिट व क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते समय बेहद सावधान रहें
यात्रा लाभ, पैकेज और बहुत कुछ देने के नाम पर कार्ड धोखाधड़ी की कई घटनाएं दर्ज की गई हैं। यदि आपका कार्ड गुम हो जाता है, तो इसकी रिपोर्ट करें और इसे बैंक द्वारा तुरंत ब्लॉक करवाएं। इसके अलावा, कभी भी अपने क्रेडिट व डेबिट कार्ड की जानकारी किसी अनजान कॉल या मैसेज के साथ शेयर न करें। साथ ही असली पीओएस मशीन से ही लेन-देन करें।