Coronavirus Covid 19 Railway Ministry: कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव और लॉकडाउन के बीच भारतीय रेलवे लगातार राहत भरे फैसले ले रहा है। रेलवे ने रविवार (29 मार्च) को फैसला किया है कि केंद्रीय कर्मचारी कोरोना वायरस के चलते रेलवे की चिकित्सीय सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। रेलवे ने इस बारे में ट्वीट के जरिए सूचना साझा की है। मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पत्र साझा किया गया है।
इस पत्र में लिखा गया है कि ‘कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए रेल मंत्रालय ने निर्णय किया है कि केंद्र के सभी कर्मचारियों को देशभर के सभी रेलवे अस्पताल, स्वास्थ्य इकाइयों की सेवाएं मुहैया करवाई जाएंगी। वे अपना आईडी दिखाकर सेवा का उपयोग कर सकते हैं।’
रेलवे के 128 अस्पताल और 586 डिस्पेंसरियां हैं जिनमें अब केंद्रीय कर्मचारियों को भी ईलाज की सुविधा मिलेगी। कोरोना वायरस संक्रमण जबतक पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता तब तक कर्मचारी इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगेा। यानि की अगले आदेश तक कर्मचारी इन अस्पतालों और डिस्पेंसरीज में इलाज करवा सकेंगे।
वहीं कार्मिक मंत्रालय ने केंद्रीय कर्मियों को बड़ी राहत दी है। कर्मचारियों को सेल्फ अप्रैजल यानि कि वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट (एपीएआर) फाइल करने की अंतिम तारीख को 30 जून कर दिया है। एपीएआर के लिए पहले 15 अप्रैल की डेडलाइन तय की गई थी।
पुराने कार्यक्रम के अनुसार केंद्रीय सेवाओं के ग्रुप-ए अधिकारियों को खाली वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन रिपोर्ट (एपीएआर) वितरण की तारीख 31 मार्च थी, जिसे अब संशोधित करके 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। इससे पहले कोरोना के खतरे को देखते हुए केंद्र ने 50 साल से अधिक उम्र के कर्मचारियों को सरकार ने क्वैरेंटाइन में जाने की अनुमति देते हुए 15 दिनों की छुट्टी की मंजूरी दी थी।

