डिजिटल ट्रांजेक्शन के चलते फ्रॉड होने के कई मामले सामने आते रहते हैं। ग्राहक कब साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाएं इसका पता नहीं होता। आपकी बैंक खाते पर कब किसी ठग की नजर पड़ जाए और सेंध की प्लानिंग हो जाए यह भी पता करना मुश्किल है। कई लोग इस तरह की ठगी का शिकार हो चुके हैं और बाद में पछतावे के और कुछ हासिल नहीं हुआ।
ऐसे में इस तरह की परिस्थिति में फंसने पर आपको कार्ड प्रोटेक्शन प्लान (Card Protection Plan) काफी मदद करेगा। कार्ड प्रोटेक्शन प्लान आपके डेबिट और क्रेडिट कार्ड का इंश्योरेंस होता है। देश के कई नामी बैंक इस प्लान को ग्राहकों को ऑफर करते हैं।
SBI ने ग्राहकों को जारी किया अलर्ट, साइबर फ्रॉड से बचने के लिए बताए डिजिटल लेनदेन के टिप्स
900 रुपये से लेकर 2100 रुपये प्रतिवर्ष खर्च पर कार्ड प्रोटेक्शन प्लान बैंक द्वारा ऑफर किए जा रहे हैं। इसमें ग्राहक के साथ ठगी होने पर भरपाई का कवर शामिल है। इन प्लान में मुख्य तौर पर कार्ड गुम हो जाने या चोरी होने पर फ्रॉड, साइबर धोखाधड़ी, एटीएम पिन के जरिए फ्रॉड और ऑनलाइन फ्रॉड शामिल है। इनके जरिए अगर आपके साथ ठगी को अंजाम दिया जाता है तो बैंक आपको वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। ऐसे में साल भर में कुछ रकम भरकर आप निश्चित हो सकते हैं।
इस प्लान को लेने वालों को अलग-अलग बैंक के कार्ड चोरी होने या गुम होने की स्थिति में हर बैंक से अलग-अलग संपर्क करने की जरूरत नहीं होती बल्कि सिर्फ एक कॉल के जरिए गुम या चोरी हुए सभी कार्ड ब्लॉक हो जाते हैं।
