एजुकेश्नल टेक्नोलॉजी कंपनी बायजू (Byju’s) ने अपने मुफ्त शिक्षा कार्यक्रम (Free Education Program) का विस्तार करने की योजना बनाई है। प्लान के मुताबिक, कपंनी साल 2025 तक देश के ग्रामीण और दूर-दराज इलाकों के एक करोड़ छात्र-छात्राओं को इसके दायरे में ले आएगी।
बायजू की संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ ने समाचार एजेंसी पीटीआई से गुरुवार (10 फरवरी, 2022) को कहा कि पहले कंपनी ने साल 2025 तक इस प्रोग्राम के दायरे में 50 लाख स्टूडेंट्स को लाने का टारगेट तय किया था, जिनमें से 34 लाख तक पहुंच कायम हो चुकी है।
उन्होंने आगे बताया, ‘‘एजुकेशन फॉर ऑल की शुरुआत करीब 15 महीने पहले हुई थी, पर ज्यादातर छात्र इससे बीते 12 महीने में जुड़े। हमें शानदार प्रतिक्रिया मिली जिसके बाद लक्ष्य को बढ़ाकर 2025 तक एक करोड़ विद्यार्थियों को जोड़ने का किया गया।’’
यह कार्यक्रम अब तक उन छात्रों तक पहुंचा है, जिन्होंने स्कूल जाना बंद कर दिया है या कभी नहीं गए या फिर वे पहली पीढ़ी के स्टूडेंट्स हैं। कंपनी के ऐप को 11 क्षेत्रीय भाषाओं में भी लॉन्च किया गया है।
बढ़िया शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने के मकसद से नीति आयोग (NITI Aayog) ने देश के 112 आकांक्षी जिलों के बच्चों को इसके सीखने के कार्यक्रमों तक मुफ्त पहुंच मुहैया करने के लिए बायजू के साथ भागीदारी की है।
इस सहयोग (Collaboration) में दो मुख्य फीचर्स होंगे:
- आकाश+बायजू’एस (Aakash+BYJU’S) के तहत BYJU’s Career-Plus प्रोग्राम में 11वीं और 12वीं कक्षा के 3,000 मेधावी छात्रों की पहचान की जाएगी। उन्हें हाई क्वालिटी वाली परीक्षा तैयारी की कोचिंग दी जाएगी, जो NEET और JEE में पेपर देने की इच्छा रखते हैं।
- स्कूल जाने वाली उम्र के बच्चों के लिए एक स्वैच्छिक कार्यक्रम (Voluntary Programme) कक्षा छह से 12 तक जो BYJU’S Learning App से तीन साल के लिए शैक्षिक सामग्री (Scholastic Content) प्राप्त करने का विकल्प चुन सकते हैं।
बता दें कि बायजू ने देशभर में पढ़ाई-लिखाई से महरूम लाखों छात्र-छात्राओं को फ्री शिक्षा मुहैया कराने के लिए 128 गैर-सरकारी संगठनों के साथ पार्टनरशिप की है। कंपनी इसमें स्टूडेंट्स को एक उपकरण में अपना ऐप देती है, जिससे वे पढ़ाई जारी रख सकें।