दिल्ली नगर निगम के एक फैसले से अब राजधानी में प्रॉपर्टी खरीदना और महंगा हो गया है। एमसीडी ने संपत्ति पर ट्रांसफर ड्यूटी एक फीसदी बढ़ाने का निर्णय लिया है। हालांकि वो लोग इस फैसले से निश्चित रह सकते हैं जिन्हें 25 लाख से ज्यादा की प्रॉपर्टी नहीं खरीदनी, क्योंकि ये बढ़ा हुआ शुल्क केवल 25 लाख रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति पर ही लागू होगा।

निगम की तरफ से इसे वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए उठाया गया कदम बताया जा रहा है। कोविड के बाद से ही निगम की वित्तीय स्थिति चिंताजनक बतायी जा रही थी। निगम के एकीकरण वक्त भी एमसीडी के खराब वित्तीय हालत का मुद्दा उठा था। तब दिल्ली नगर निगम ने बताया था कि पैसों की इतनी कमी है कि कर्मचारियों को तनख्वाह देना में भी मुश्किल हो रहा है। फिलहाल एमसीडी का वार्षिक खर्च नौ हजार करोड़ रुपये है, जबकि राजस्व सिर्फ 7,200 करोड़ रुपये है।

ताजा फैसले से निगम के राजस्व में सालाना एक हजार करोड़ रुपये की वृद्धि हो सकती है। अब निगम जल्द ही इस प्रस्ताव को दिल्ली सरकार के पास भेजेगा। वहां से अनुमति मिलते ही इसे लागू कर दिया जाएगा। इस फैसले के बाद पुरुषों को चार फीसदी और महिलाओं के लिए तीन फीसदी ट्रांसफर शुल्क देना होगा। फिलहाल दिल्ली में संपत्ति की बिक्री और खरीद पर पुरुषों को तीन फीसदी और महिलाओं को दो फीसदी ट्रांसफर शुल्क देना होता है।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले साल दिल्ली और मुंबई में संपत्ति की कीमत में 4 से 5 फीसदी तक की बढ़ोतjr हो सकती है।