केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों को आर्थिक सुरक्षा देने के लिए ई-श्रम कार्ड शुरू किया था। जिसमें कुछ राज्य सरकारों की ओर से हर महीने मजदूरों के अकाउंट में 500 रुपये जमा कराए जाते हैं। वहीं अभी तक ई-श्रम पोर्टल पर 25 करोड़ से ज्यादा मजदूरों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। जो आने वाले दिनों में और बढ़ेगा। लेकिन इस सब के बीच इस योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा की खरब आ रही है। जिससे सतर्क करने के लिए प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) ने ट्वीट करके श्रमिकों को सतर्क किया है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
इन लोगों को मिलता है ई-श्रम कार्ड से फायदा – ई-श्रम पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुसार ई-श्रम कार्ड का फायदा असंगठित क्षेत्र के मजदूर, भूमिहीन किसान और 16 साल से ज्यादा के स्टूडेंट फायदा लेते हैं। इस योजना में सरकार की ओर से 2 लाख रुपये तक का फ्री दुर्घटना बीमा दिया जाता है। इसके अलावा कुछ राज्य सरकारों की ओर से प्रतिमाह 500 रुपये भी अकाउंट में भेजे जाते हैं।
फर्जी वेबसाइट से PIB ने किया सतर्क – प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो (PIB) ने ट्वीट करके लोगों का सतर्क किया है कि, ई-श्रम पोर्टल से मिलती-जुलती वेबसाइट का निर्माण साइबर अपराधियों ने किया है।
अगर आप भी ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने वाले हैं तो केवल ई-श्रम की आधिकारिक वेबसाइट ईश्रम डॉट जीओवी डॉट इन पर ही लॉगिन करें। इसके अलावा आप नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर में जाकर भी ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
ई-श्रम कार्ड के लिए नहीं करना भुगतान – ई-श्रम पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुसार ई-श्रम कार्ड फ्री में बनता है। इसके लिए किसी तरह का भुगतान देने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा कोई अनजान व्यक्ति ई-श्रम कार्ड की डिटेल, आधार कार्ड, बैंक पासबुक आदि मांगता है तो उसे ये सभी कागजात देने की जरूरत नहीं है।
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फोन पर शेयर न करें कोई जानकारी – पीआईबी ने अपने ट्वीट में साफ किया है कि, अनजान कॉल पर ई-श्रम कार्ड से जुड़ी जानकारी शेयर करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि सरकार का कोई भी विभाग फोन करके ई-श्रम कार्ड से जुड़ी जानकारी नहीं मांगता।
