राशन कार्ड के जरिए नागरिकों को बेहद ही सस्ती दर पर अनाज मिलता है। इस कार्ड को राज्य सरकारों द्वारा जारी किया जाता है। राशन कार्ड के जरिए सस्ता अनाज तो मिलता ही है साथ ही में यह एक महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज के तौर हाथों-हाथ स्वीकार्य है। राशन कार्ड के इतने सारे फायदे हैं लिहाजा हर कोई इसे पानी की फिराक में रहता है।

लोगों की इसी जरूरत का फायदा साइबर ठग उठा रहे हैं। इंटरनेट की धोखाधड़ी वाली दुनिया में कई ऐसी वेबासइट हैं जिनके जरिए आम नागरिक अनजाने में ठगी का शिकार हो जाता है। फर्जी वेबसाइट के जरिये पैसे लेकर राशन कार्ड बनाने के कई मामला सामने आते रहते हैं।

ऐसी वेबसाइट द्वारा लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के झांसे में फंसा कर राशन कार्ड बनाने के एवज में मोटी रकम वसूल कर ली जाती है। जब तक ग्राहक को फ्रॉड का पता चलता है तब तक देर चुकी होती है।

वहीं कई मामलों में देखा गया है कि राशन कार्डधारकों को नकली कार्ड जारी करन उनसे पैसे वसूल लिए जाते हैं। से कई मामले सामने आते रहते हैं जिसमें एक कार्डधारक राशन की दुकान पर पहुंचता है और राशन कार्ड दिखाता है तो वह फर्जी पाया जाता है।

लोग ठगी का शिकार इसलिए होते हैं क्योंकि वे सरकारी लेट लतीफी को नजरअंदाज कर जल्द से जल्द राशन कार्ड पाना चाहते है। ऐसा करना उन्हें भारी नुकसाना पहुंचा देता है। ऐसे में आपको असली कार्ड बनवाने के लिए सही और तय प्रक्रिया का पता होना चाहिए।

राशन कार्ड के लिए अप्लाई करने के लिए आपको अपने-अपने राज्य के खाद्य एवं रसद विभाग के पोर्टल पर विजीट करना होता है। अलग-अलग राज्यों के अपने-अपने पोर्टल हैं। ऐसे में आपको इन पोर्टल से राशन कार्ड आवेदन फॉर्म को डाउनलोड करना होगा। फॉर्म को अच्छी तरह से भरकर नजदीकी राशन डीलर या फूड सप्लाई ऑफिस के पास जमा करना होगा। ग्रामीण क्षेत्र से हैं तो फॉर्म को तहसील कार्यालय में जमा कर सकते हैं।