बैंक अपने बचत खाते के ग्राहकों को हर महीने एटीएम पर मुफ्त लेनदेन की एक निश्चित संख्या प्रदान करते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने एटीएम द्वारा किए जाने वाले कुछ ट्रांजेक्‍शंस को फ्री कर दिया है, वहीं कुछ में अब भी आपको शुल्क देना होगा। आरबीआई ने नॉन-कैश विदड्रावल ट्रांजेक्‍शंस जैसे बैलेंस इनक्‍वायरी, चेकबुक के लिए आवेदन, टैक्‍स भुगतान और फंड ट्रांसफर को फ्री कर दिया है।

आरबीआई ने एक अधिसूचना में कहा, “लेनदेन जो तकनीकी कारणों से विफल हो गए हैं, एटीएम में मुद्रा की अनुपलब्धता, इत्यादि को फ्री ट्रांजेक्‍शन में शामिल किया गया है। इसके अलावा एटीएम में गलत पिन, टैक्‍स भुगतान और फंड ट्रांसफर को भी फ्री कर दिया गया है। आइए हम आपको बताते हैं एटीएम द्वारा किन ट्रांजेक्‍शंस में बैंक आप से चार्ज नहीं वसूल सकती ।

1) आरबीआई ने स्पष्ट किया कि एटीएम ट्रांसेक्शन जो तकनीकी कारणों जैसे हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, संचार मुद्दों के कारण विफल हो जाते हैं, वैध एटीएम ट्रांजेक्‍शंस के रूप में नहीं गिना जाएंगे। बैंक अब इन विफल एटीएम ट्रांजेक्‍शंस पर शुल्क नहीं लगाएगा।

2) रिजर्व बैंक के सर्कुलर के अनुसार, अगर एटीएम में कैश नहीं है और इसकी वजह से ट्रांजेक्‍शन नहीं हो पाता है तो बैंक इसे वैलिड एटीएम ट्रांजेक्‍शन नहीं मानेगी। साथ ही अगर कोई ग्राहक एटीएम में गलत पिन डालता है और उसका ट्रांजेक्‍शन इस कारण फेल हो जाता है तो उसे भी वैलिड एटीएम ट्रांजेक्‍शन नहीं माना जाएगा।

3) नॉन-कैश विदड्रावल ट्रांजेक्‍शंस जैसे बैलेंस इनक्‍वायरी, चेकबुक के लिए आवेदन, टैक्‍स भुगतान और फंड ट्रांसफर को फ्री कर दिया है। इन ट्रांजेक्‍शंस को भी वैलिड एटीएम ट्रांजेक्‍शन नहीं माना जाएगा।