रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के नए नियमों के अनुसार यह जरूरी है कि सभी प्री-पेड वॉलेट अपने ग्राहकों का नो योर कस्टमर (केवाईसी) पूरा करें। देश के सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल वॉलेट एप पेटीएम यूजर्स को भी केवाईसी की प्रक्रिया को पूरा करना होता है। केवाईसी इसलिए की जाती है ताकि ऑनलाइन फ्रॉड पर लगाम लगाई जा सकें।
अक्सर लोगों के मन में यह सवाल होता है कि क्या उनका फुल केवाईसी हो चुका है या नहीं। ऐसे में वह पेटीएम कस्टमर केयर पर कॉल कर इस बारे में जानकारी हासिल करते हैं जिससे काफी समय खर्च होता है। पेटीएम यूजर्स अपने पेटीएम वॉलेट में लॉग इन कर इस बात का पता लगा सकता है।
इसके लिए लॉग इन करते के साथ ही होम पेज पर बाएं हाथ पर नेविगेशन पैनल में अपने नाम पर टैप करना होता है। इसपर टैप करते ही एक नया इंटरफेस ओपन होगा। अगरा आपका फुल केवाईसी हो चुका होगा, तो आपको अपने नाम के आगे एक नीले रंग का टिक मार्क दिखाई देगा।
अगर आप पेटीएम का इस्तेमाल करते हैं और आपने अबतक केवाईसी (नो योर कस्टमर) नहीं करवाया है तो आप ठगी का शिकार हो सकते हैं। केवाईसी के नाम पर ठग आपसे आपके बैंक खाते की निजी जानकारियां मांग सकते हैं। बीते काफी समय में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें ग्राहकों को केवाईसी घर बैठे केवाईसी की सुविधा के नाम पर ठग लिया गया। ऐसे में आपको पेटीएम केवाईसी के नाम पर आने वाली फ्रॉड कॉल और एसएमएस से सावधान रहने की जरूरत है।
वहीं केवाईसी अपडेट के नाम पर भी साइबर ठग ग्राहकों को उनके मोबाइल नंबर पर एक फर्जी मैसेज भेजते हैं। इन एसएमएस में लिखा होता है कि केवाईसी अपडेट करवा लें नहीं तो आपको अकाउंट ब्लॉक हो जाएगा। इस तरह के फर्जी मैसेज पर कभी भरोसा न करें। ध्यान रहे केवाईसी के लिए पेटीएम अपना प्रतिनिधि भेजता है और उस प्रतिनिधि की पूरी डिटेल आपको पहले ही मैसेज करके दे दी जाती है।