मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करते समय सावधानियां बरतनी चाहिए। अक्सर देखा गया है कि लोग अनजान व्यक्तियों के झांसे में आकर रिमोट कंट्रोलिंग एप्लीकेशन डाउनलोड कर लेते हैं और ठगी के शिकार हो जाते हैं। ऐसी ही एक एप्लीकेशन एनीडेस्क भी है। इस एप को डाउनलोड करवाकर साइबर ठग लोगों को खूब चूना लगा रहे हैं।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) भी इस एप पर अलर्ट जारी करता रहा है। दरअसल इस एप को आपके मोबाइल पर डाउनलोड करवाकर ठग आपके मोबाइल का एक्सेस हासिल कर लेते हैं। इसके बाद वे अपने मोबाइल पर ही आपके फोन का एक्सेस पा लेते हैं। ऐसे में किसी भी फोन कॉल या मैसेज को फॉलो करने से पहले पूरी तरह से जांच परख कर लें।

दरअसल धोखे से मोबाइल एप डाउनलोड करने के बाद इसपर एक कोड जनरेट होता है। ठग इस कोड की मांग करते हैं और जैसे ही यह कोड उनके हाथ लगता है वह कोड ठग अपने मोबाइल फोन में फीड करता है तो पीड़ित के मोबाइल या कंप्यूटर का कंट्रोल उसके पास चला जाता है। इसके बाद देखते ही देखते खाते से पैसे उड़ा लिए जाते हैं।

अगर आप भी इस तरह की ठगी का शिकार होने से बचना चाहते हैं तो कभी भी किसी के अनजान व्यक्ति के कहने पर इस तरह की मोबाइल एप को डाउनलोड न करें। आरबीआई के मुताबिक अगर गलती से इस एप को किसी के कहने पर इंस्टॉल कर भी लेते हैं तो डाउनलोड पर नौ अंकों का एक कोड आता है इसे कतई साझा न करें।