नौकरीपेशा लोगों को अक्सर रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम की चिंता सताए रखती है। प्राइवेट सेक्टर के लोग तो विशेषकर इसपर चिंतित रहते हैं। रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम पाने के कई तरह के विकल्प बाजार में मौजूद हैं। कई सारे विकल्प होने की वजह से निवेशकर्ताओं को समझ नहीं आता कि वे बेहतर और सुरक्षित निवेश करे लिए किसे चुनें।
ऐसे में हम आपको निवेश के ऐसे कुछ विकल्पों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिनके जरिए आप रिटायरमेंट के बाद नियमित इनमक पा सकते हैं। खास बात यह है कि इनमें निवेश कर आपको पैसा डूबने की चिंता भी नहीं सताए रखती क्योंकि यह सरकार द्वारा संचालित हैं।
प्रधान मंत्री वय वंदना योजना: यह केंद्र सरकार की वरिष्ठ नागरिकों के लिए अहम पेंशन स्कीम है। इस स्कीम में अब 31 मार्च, 2023 निवेश किया जा सकेगा। वित्त वर्ष 2020-21 में इस स्कीम के तहत 7.40 फीसदी सालाना का ब्याज मिलेगा दिया जा रहा है। इसमें न्यूनतम 60 साल के वरिष्ठ नागरिक ही निवेश कर सकते हैं।
वहीं निवेश के लिए अधिकतम उम्र की कोई सीमा नहीं है। इस योजना में ग्राहक अधिकतम 15 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं। इसके बाद फाइनेंशल ईयर 2022 और 2023 के लिए बाद में ब्याज की दर का निर्धारण किया जाएगा। इस स्कीम के तहत अधिकतम 15 लाख रुपये की रकम जमा की जा सकती है और उस पर अधिकतम 9,250 रुपये की पेंशन पाई जा सकती है।
नेशनल पेंशन स्कीम: नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) भी बुढ़ापे में वित्तीय सहारा देने वाली केंद्र की बेहद खास स्कीम है। इसमें निवेश कर नौकरीपेशा लोगों रिटायरमेंट के बाद हर महीने एक निश्चित पेंशन की व्यस्था कर सकते हैं। नियमों के मुताबिक इस स्कीम में 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद एक मुश्त कैश और मासिक पेंशन सुविधा मिलती है।
इस स्कीम में 18 से 65 वर्ष तक की आयु का कोई भी शख्स निवेश कर सकता है। आप ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं। एक निवेशक एनपीएस के तहत अंशदान की अवधि (जब तक एनपीएस के लिए पैसा जमा किया जाता है) के दौरान तीन बार आंशिक निकासी कर सकते है।
