AADHAAR: आधार कार्ड देश के नागरिकों के लिए पहचान संबंधी अहम दस्तावेज बन चुका है। बैंक खाता खुलवाने से लेकर अन्य छोटे-बड़े कामों में इसकी जरूरत पड़ ही जाती है। पर कुछ परिस्थितियों में इसे निष्क्रिय (डिएक्टिवेट) भी किया जा सकता है। ऐसे में जानिए वे बातें, जिनसे आप अपना आधार कार्ड डिएक्टिवेट होने से बचा सकते हैं:
– लगातार तीन सालों तक इस्तेमाल न करने पर आधार डिएक्टिवेट हो सकता है। यानी आपने इसे अपने किसी भी बैंक खाते से लिंक नहीं किया है, पर्मानेंट अकाउंट नंबर (पैन) से नहीं जोड़ा है या फिर किसी और ट्रांजैक्शन के लिए नहीं इस्तेमाल किया है।
– एक और स्थिति में भी आधार निष्क्रिय किया जा सकता है। दरअसल, छोटे बच्चों के आधार में बायोमीट्रिक जानकारी उनके पांच साल के पूरे होने पर अपडेट करानी होती है। यह काम उनकी आयु 15 साल होने पर फिर से कराना पड़ता है। ऐसे में जो लोग आधार में ये अपडेशन नहीं कराते, उनके बच्चों के आधार डिएक्टिवेट कर दिए जाते हैं।
कैसे चेक करें आधार कार्ड का स्टेटस?:
– सबसे पहले यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाएं और आधार सेवाओं वाला टैब खोलें।
– अब ‘वेरिफाई आधार नंबर’ के विकल्प को चुनें।
– आगे आधार संख्या, सिक्योरिटी कोड डालने के बाद वेरिफाई का बटन दबाना होगा।
– फिर स्क्रीन पर अगर हरे रंग का टिक मार्क आए, तब समझें कि आपका आधार सक्रिय है।
निष्क्रिय हो जाने पर क्या करें?: आधार कार्ड डिएक्टिवेट होने पर जरूरी दस्तावेजों के साथ नजदीकी आधार एनरोलमेंट सेंटर जाएं। यूआईएडीएआई की वेबसाइट के जरिए आप घर के सबसे पास वाला एनरोलमेंट सेंटर खोज सकते हैं। वहां पहुंचते ही आपसे आधार अपडेशन से जुड़ा फॉर्म भरना होगा। आगे बायोमीट्रिक फिर से वेरिफाई किए जाएंगे और उनमें संशोधन होगा। चूंकि, इस प्रक्रिया में बायोमीट्रिक वेरिफिकेशन होता है, लिहाजा नजदीकी एनरोलमेंट सेंटर जाना जरूरी होता है। इस काम के लिए वहां आपको 25 रुपए बतौर शुल्क चुकाने होंगे।