Aadhaar Card Address: कार्ड हम सभी के लिए एक अहम दस्तावेज है। आधार हमारी पहचान का सबसे बड़ा दस्तावेज माना जाता है। इसके बिना कई ऐसे काम हैं जो रुक जाते हैं क्योंकि प्राइवेट और सरकारी कंपनियां अपनी सेवाओं को देने से पहले ग्राहकों से आधार कार्ड की मांग करती है। ऐसे में हमारे लिए जरूरी होता है कि हम आधार में सभी जानकारियों को अपडेटेड रखें। लेकिन सभी जानकारियों को अपडेटेड रखना उनके लिए मुश्किल होता है जो काम और पढ़ाई के सिलसिले में एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत पते को लेकर आती है।

जब कोई आधारकार्डधारक अन्य राज्य के बैंक में खाता खुलवाने जाते हैं तो बैंक उनसे केवाईसी के लिए आधार कार्ड मांगते हैं। लेकिन आधार पर पैतृक घर का पता छपा होने की वजह से बैंक खाता खोलने से मना कर देते हैं। लेकिन सरकार ने अब नियमों में बदलाव कर इस समस्या को दूर कर दिया है। सरकार ने मनी लांड्रिंग रोकथाम (रिकॉर्ड की देखरेख) नियम में संशोधन में बदलाव किया है।

अब कोई भी कार्डधारक अन्य राज्यों के बैकों में अपना खाता खुलवा सकते हैं और वह भी आधार में पुराने पते के साथ। सरकार ने नियमों में बदलाव कर सेल्फ डेक्लेरशन की सुविधा ग्राहकों को दी है। इसके तहत कार्डधारक खाता खुलवने के लिए बैंक को सेल्फ डिक्लरेशन देंगे तो बैंक उनका खाता खोल देगी।

इसके अलावा आधार कार्ड में पता बदलवाने के लिए भी सेल्फ डिक्लेरशन के जरिए आसानी से पता बदलवाया जा सकेगा। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) आपसे सेल्फ डिक्लेरशन लेकर ही आपके आधार पर पता बदल देगी। मालूम हो कि बीते काफी समय से इसकी मांग की जा रही थी कि सरकार सेल्फ डिक्लेरशन के जरिए पता बदलवाने और बैंक में खाता खुलवाने को मंजूरी दे। ऐसे में इस फैसले से माइग्रेंट कार्डधारकों को सबसे ज्यादा फायदा होगा।