कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कहा कि केंद्र व हरियाणा सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वे गरीब किसानों की दुर्दशा पर ध्यान दें। उन्होंने बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के लिए जल्द मुआवजा दिलाए जाने की मांग की। समस्याओं से जूझ रहे हरियाणा के किसानों के साथ भावनात्मक आधार पर जुड़ने का प्रयास करते हुए सोनिया ने उन्हें ‘अन्नदाता’ कहा और आपदा की स्थिति में उनकी हितों के लिए एकजुट होकर काम करने पर जोर दिया।
सोनिया ने कहा- किसान हमारे अन्नदाता हैं। आज हम सभी दुखी हैं क्योंकि हमारा अन्नदाता परेशान है। किसानों की समस्याओं को देखते हुए मुझे लगता है कि उन्हें मदद देने के लिए एकजुट होकर काम करना हमारी जिम्मेदारी है। किसानों के मुद्दों पर कांग्रेस का रुझान बढ़ने और राजग सरकार के विवादित भूमि विधेयक के विरोध के बीच सोनिया हरियाणा आई हुई हैं। केंद्र सरकार के इस विधेयक के विरोध में सभी विपक्षी दल एकजुट हुए हैं।
सोनिया ने कहा कि किसानों की मदद करने की जिम्मेदारी प्रमुख रूप से सरकार की है। रोहतक के एक गांव में कांग्रेस अध्यक्ष ने किसानों ने कहा- यह सच है कि मुख्य जिम्मेदारी सरकारों की है। हम हरियाणा व केंद्र में सरकार में नहीं हैं। इसके बावजूद हम आपको समुचित मुआवजा दिलाने के लिए लड़ेंगे। हम आज आपके लिए लड़ रहे हैं और भविष्य में भी आपके लिए लड़ते रहेंगे, जैसा पहले भी करते रहे हैं। सोनिया ने कहा कि कांग्रेस संसद में किसानों की आवाज मजबूती से उठाएगी। उनके मुआवजे की मांग वहां भी रखेगी। उन्होंने सरकार से मांग की कि वह किसानों को बर्बाद हुई फसलों का जल्द उचित और समय पर मुआवजा दे।
कांग्रेस प्रमुख बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई किसानों की फसलों का जायजा लेने शनिवार को भिवानी जिले के बाढड़ा क्षेत्र में पहुंची थीं। सोनिया ने खेतों में जाकर खराब हुई फसल देखी और किसानों की पीड़ा सुनी। इस दौरान कांग्रेस नेता शकील अहमद, सहप्रभारी आशा कुमारी, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा और हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस की नेता किरण चौधरी उनके साथ थे।