मुंबई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरूआती बढ़त को बनाए नहीं रख सका और 33 अंक की हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखे जाने के बाद बैंकिंग तथा रीयल्टी शेयरों में बिकवाली देखी गई।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों वाला सूचकांक बढ़त के साथ खुला और एक समय 254.22 अंक की बढ़त के साथ 26,851.33 अंक तक पहुंच गया था।

हालांकि रिजर्व बैंक की नीति की घोषणा के बाद बैंकिंग तथा रीयल्टी कंपनियों एवं दूसरी प्रमुख कंपनियों के शेयरों की बिकवाली की गयी। इसके कारण अंत में शेयर 33.40 अंक या 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 26,630.51 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स में कल 29.21 अंक की गिरावट दर्ज की गई थी।

इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 5.90 अंक या 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,964.80 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह उच्च स्तर 8,030.90 तथा निम्न स्तर 7,923.85 अंक तक गया था।

कारोबारियों के अनुसार रिजर्व बैंक के नीतिगत ब्याज दरों को स्थिर रखने का फैसला निवेशकों की उम्मीद के अनुरूप है और इसका लिवाली पर कम प्रभाव पड़ा लेकिन उच्च मूल्य पर मुनाफवसूली की गयी।

रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर को 8 प्रतिशत तथा नकद आरक्षित अनुपात 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा।

वैश्विक बाजारों में एशियाई बाजारों में गिरावट का रूख रहा। इसका कारण विनिर्माण आंकड़ा अनुमान से कम रहना है। यूरोपीय बाजारों में भी शुरूआत में कमजोर रूख देखने को मिला।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में 14 लाभ में तथा 16 नुकसान में रहे। लाभ में रहने वाले शेयरों में सन फार्मा, एचडीएफसी शामिल हैं।