2 दशक बाद अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद दुनिया भर में तरह-तरह के चर्चे हैं। ब्रिटेन में नफरत फैलाने वाले उपदेशक अंजेम चौधरी ने तालिबान को सलाह दी है कि गैर मुस्लिमों से काफिर टैक्स लिया जाए। साथ ही उन्होंने कहा है कि चोरों के हाथ काट लिए जाए और शराब पीने वालों की पिटाई की जाए।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार 54 वर्षीय अंजेम चौधरी ने तालिबान से इस्लामिक न्याय व्यवस्था को लागू करने की मांग की है। जिसके तहत मिलावट करने वालों को पत्थर मारना, चोरों के हाथ काट लेना और शराब पीने वालों की पिटाई शामिल है। साथ ही उन्होंने गैर मुसलमानों पर अलग से कर लगाने की बात भी कही है। उन्होंने अफगानिस्तान का नाम बदलकर इस्लामिक स्टेट करने की मांग भी की है। सबसे बड़ी बात जो उन्होंने कही है उसके तहत सभी सीमाओं को खत्म कर दिया जाए। सभी मुसलमानों को नए इस्लामिक राज्य में शामिल होने की अपील भी उन्होने की है। जिससे भारतीय उपमहाद्वीप के मुसलमानों को एकजुट किया जा सके।
बताते चलें कि इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह का समर्थन करने के आरोप में चौधरी को सार्वजनिक रूप से बोलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। पिछले महीने ही उन्हें बोलने की आजादी मिली है जिसके बाद एक बार फिर से उन्होंने नफरत की शुरुआत कर दी है। चौधरी ने सख्त शरिया कानून लागू करने की हिदायत देते हुए कहा कि तालिबान को न्यायालयों से छुटकारा पाने की सलाह भी दी है।
उधर, तालिबान के वरिष्ठ पदाधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा है कि नई सरकार का ढांचा जल्द ही सामने आएगा और इसका ऐलान आने वाले कुछ हफ्तों में किया जाएगा। इसी बीच, बागलान के तीन दिलों में स्थानीय फोर्सेज ने तीन जिलों (पुल-ए-हेसार, बानू और देह सलाह) को तालिबान से वापस ले लिया।
बताते चलें कि अफगानिस्तान में बदलते हालात के बीच कई देश अपने नागरिकों को वापस ले कर जा रहे हैं। अमेरिका अब तक करीब 22 हजार लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकाल चुका है। 14 अगस्त के बाद से करीब 17 हजार लोग अफगानिस्तान से निकालकर अमेरिका पहुंचाए गए हैं। इनमें अमेरिकी नागरिकों के अलवा बड़ी संख्या में अफगानी नागरिक भी शामिल हैं।