उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजादी को लेकर एक ट्वीट किया। जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को
ट्रोल करने लगे। सोशल मीडिया यूजर्स सीएम योगी को सलाह देने लगे कि आपको यह बात कंगना को बतानी चाहिए थी। इस बात की जानकारी शायद उनको नहीं थी।

दरअसल सीएम योगी ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उन्होंने स्वाधीनता संग्राम में भाग लेने वाले कई लोगों को सम्मानित किया। वहां की तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा – भारत की आजादी मांगने से नहीं मिली थी, इसके लिए एक लंबा संघर्ष हुआ था। उनके इसी ट्वीट पर लोग कंगना का नाम लेते हुए अपनी प्रतिक्रिया देने लगे।

अविनाश दास ने लिखा – ऐसा मत कहिए। कंगना रनौत ये सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाएगी। आशीष मिश्रा लिखते हैं कि कंगना रानौत को भी बता दीजिए। शेखर नाम के यूजर लिखते हैं कि कंगना जी जरा योगी जी की बात को ध्यान से सुन लीजिए। नाजिया खान नाम की यूजर लिखती है कि 2014 के बाद का सिलेबस अपडेट कर दीजिए, क्योंकि भूतपूर्व टि्वटर क्रांतिकारी व इतिहास विशेषज्ञ कंगना दीदी ने कुछ और बताया है।

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सुजीत कनौजिया नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट आया कि लेकिन आपकी किसी समर्थक ने कहा था कि 2014 के बाद आजाद हुआ है, वो आजादी तो भीख में मांगी गई थी। सांकेत पाठक नाम के यूजर लिखते हैं कि लेकिन कंगना रनौत तो कुछ और ही कह रहीं थी। विजय कुमार शर्मा नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि महाराज जी आप और कंगना आपस में फैसला कर लीजिए कि आजादी हमें भीख में मिली थी या संघर्ष से मिली थी।

ताहिर खान नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि तो फिर आपने एक एफआईआर कंगना रनौत पर क्यों नहीं करवाई? गौरतलब है कि कंगना ने न्यूज़ चैनल को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जो आजादी हमें मिली, वह तो भीख थी। असली आजादी तो साल 2014 में मिली है। कंगना के इस बयान के बाद से हंगामा मच गया था और लोग इसकी कड़ी आलोचना करने लगे थे।