उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में बिजली संकट की समस्या बढ़ती जा रही है। इसको लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर निशाना साध रही हैं तो वहीं उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा पिछली सरकारों को इसके लिए जिम्मेदार बता रहे हैं। एके शर्मा ने बिजली संकट को लेकर कहा कि इसकी जिम्मेदार पिछली सरकारें हैं। एके शर्मा के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने तंज कसा।

एके शर्मा का बयान : एक कार्यक्रम में शामिल होने झांसी पहुंचे एके शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिजली संकट की जिम्मेदारी पिछली सरकारों की भी है क्योंकि उन्होंने लचर व्यवस्था रखी हुई थी। यदि बीजेपी से पहले की सरकारें बिजली इकाइयों और ट्रांसफार्मर लगाती तो शायद यह स्थिति ना बनती लेकिन अब बीजेपी की सरकार इस संकट से उबरने के लिए लगातार काम कर रही है।

लोगों ने यूं कसा तंज : अंशुल सिंह नाम के ट्विटर यूजर ने एके शर्मा के बयान पर चुटकी लेते हुए कमेंट किया कि अच्छा हुआ अंग्रेजों को जिम्मेदार नहीं ठहराया बिजली संकट के लिए। एके मौर्य नाम के एक यूजर ने कमेंट किया, ‘अपनी असफलताओं के लिए पूर्व की सरकारों को दोषी ठहराया जाना देशवासियों को मूर्ख समझने की भूल कर रहे हैं, पिछले 8 साल से केंद्र की सत्ता में बैठे हुए हैं लेकिन कुछ काम नहीं किया।’

सुरेश शर्मा नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया कि अच्छी बात तो यह है कि इन्होंने नेहरू और कांग्रेस को दोषी नहीं ठहराया। मोहम्मद हैदर नाम के एक यूजर चुटकी लेते हुए कमेंट करते हैं, ‘ ऐसा लगता है कि नेहरू जी पूरी प्लानिंग करके गए थे कि जैसे ही मोदी जी प्रधानमंत्री बने बिजली संकट जैसी समस्याएं जरूर आएं।’ अवधेश शर्मा नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि अच्छा हुआ मुगलों को इसके लिए जिम्मेदार नहीं बताया।

साजिद अली नाम के एक यूजर पूछते हैं कि वैसे पिछले 8 सालों से मोदी सरकार ने केंद्र में क्या किया है और योगी आदित्यनाथ ने पिछले कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में बिजली के लिए कौन सा बड़ा काम किया है? अपनी नाकामी छिपाने के लिए पिछली सरकारों पर दोष मढ़ना बंद कर दीजिए। सचिन चौधरी नाम के टि्वटर लिखा गया कि यह तो मोदी जी के राह पर चलने लगे हैं।