बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत दौरे के कार्यक्रम से पश्चिम बंगाल को जानबूझकर दूर रखने का आरोप भी लगाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह चीन जाना चाहती थीं लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया। ममता बनर्जी के इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स ने कई तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं।

मोदी सरकार पर किया प्रहार

ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने उनकी विदेश यात्राओं में कई बार बाधा उत्पन्न की थी। उन्होंने दावा किया कि चीन द्वारा निमंत्रण दिया गया था लेकिन उन्हें मोदी सरकार ने वहां जाने की इजाजत नहीं दी। बंगाल सीएम ने अपने कैबिनेट सहयोगियों, सांसदों और विधायकों से लेटर हेड में नौकरी की सिफारिशें करने से परहेज करने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने अपने नेताओं को सलाह दी कि वह महत्वपूर्ण मामलों पर फोन और व्हाट्सएप पर बात करते हुए सतर्क रहें।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

संतोष मिश्रा नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा कि चली जाइए कृपया, उधर पता चल जाएगा कि रिफ्यूजी को कितना सम्मान दिया जाता है। आरूषा राठौर नाम की एक ट्विटर यूजर ने सवाल किया – आखिर चीन जाने वाले विपक्ष को मोदी सरकार ने क्यों रोका था? ऐसा क्या राज है, जो छुपाना चाहते हैं। विनोद कुमार नाम के ट्विटर यूजर पूछते हैं, ‘अमेरिका, रूस, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, जर्मनी और इजरायल इत्यादि क्यों नहीं। चीन ही क्यों?’

रंजीत शाह नाम के एक यूजर ने कमेंट किया कि मैडम को चीन भेज दीजिए, वैसे भी देश विरोधी अभियान में ममता बनर्जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। राजकुमार नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया, ‘ जो पड़ोसी भारत के दुश्मन हैं, वहीं जाने की होड़ क्यों लगी रहती है। गद्दारों के लिए फंडिंग तो वहीं से होती है ना।’ दीपक दुबे नाम के एक यूजर ने लिखा कि अरे यार इन्हें तो 1 दिन का टिकट देकर चले जाने देना चाहिए था। गजराज यादव नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि मोदी सरकार ने चीन नहीं जाने दिया क्योंकि वह वापस आने नहीं देता, हम लोगों को आप की सख्त जरूरत है।

ममता बनर्जी ने 2018 में चीन न जाने की बताई थी यह वजह

ममता बनर्जी 22 जून दो हजार अट्ठारह से 1 हफ्ते के लिए चीन के दौरे पर जाने वाली थी। वहां पर वह चीन के डिप्लोमेट से मुलाकात करने वाली थी। जिसके बाद इस दौरे को रद्द कर दिया गया था। जिसके विषय में जानकारी देते हुए बंगाल की सीएम ने लिखा था कि चीन में हमारे राजपूत ने सूचित किया है कि एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत उचित स्तर पर राजनीतिक बैठकों की पुष्टि नहीं हुई है। लिहाजा, एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत शिष्टमंडल के साथ चीन की मेरी यात्रा का कोई काम नहीं है।