स्वीडन के ओरेब्रो शहर से लगातार चौथे दिन हिंसा की खबरें सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि एक अप्रवासी विरोधी समूह ने कथित तौर पर कुरान को जला दिया था, इसके बाद से ही यहां हिंसा भड़क गई। इस बीच हिंसा की कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। स्वीडन में फैली हिंसा का वीडियो शेयर कर पत्रकार सुशांत सिन्हा ने तंज कसा है।
ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए सुशांत सिन्हा ने लिखा कि ‘ये स्वीडन का वीडियो बताया जा रहा है। देश कोई भी हो जाए, पत्थर की कोई कमी नहीं पड़ती।’ इस पर अब तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। मंजीत कुमार ने लिखा कि ‘कपिल मिश्रा ने कल भड़काऊ भाषण दिया था स्वीडन में, इसलिए वहां आरएसएस और भगवा धारी के खिलाफ पत्थर बाजी करके लोग अपनी भड़ास निकाल रहे थे।’
प्रवीण जैन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नफरतों का कारोबार भारत में बहुत तेजी से फल फूल रहा है और उसे फलने फूलने में भारतीय मीडिया के हिस्से का बड़ा हाथ है लेकिन ये भुल जाते हैं कि जिन नफरतों के करोबार को चंद पैसों के लिए ये पाल रहे हैं, वो एक दिन इनका भी नुकसान करेगां, जो बोया जाता है वहीं काटा जाता है। रंजन नाम के यूजर ने लिखा कि ‘स्वीडन इस्लामिक रिपब्लिक जल्द बनेगा।’
ऋषभ नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये कपिल मिश्रा कहां-कहां पहुंच जाते हैं। क्या उनके पास कोई जादुई शक्ति है, जिससे वो एक समय पर कई जगहों पर मौजूद हो जाते हैं।’ बाबूलाल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जो जिस भाषा को समझता है, उसे उसी भाषा में समझाना चाहिए, ऐसा योगी आदित्यनाथ जी महाराज कहते हैं। विश्व को उनसे सीखना चाहिए।’
देवेंद्र शर्मा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जरुर वहां भी किसी ने जय श्री राम का नारा लगाया होगा।’ रणजीत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इन लोगों को कहां से इतने पत्थर मिल जाते हैं, बिना तैयारी के और हर जगह?’ दिनेश चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘लेकिन ये दो समुदाय के बीच नहीं है पत्थरबाजी।’
शैमुल्लाह नाम के यूजर ने लिखा कि ‘पूरी खबर तो बताओ क्यों भोले-भाले हिन्दुओं को मुर्ख बना रहे हो?’ गौरव त्यागी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नारे लगाकर पथरबाजी हो रही है। क्या शोभा यात्रा गुजरी थी यहां किसी धार्मिक स्थल के सामने से?’
