यूपीएससी (UPSC) कोचिंग संस्थान दृष्टि के संस्थापक और मालिक विकास दिव्यकीर्ति (Vikas Divyakirti) सोशल मीडिया (Social Media) की सुर्खियों में छाए हुए हैं। एक कथित वीडियो में भगवान राम और देवी सीता को लेकर की गई टिप्पणी के बाद से लोग उनको ट्रोल (Troll) कर रहे हैं। जिसको लेकर उन्होंने एक डिजिटल न्यूज़ प्लेटफार्म पर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि वह वीडियो काफी पुराना है और वह किसी और संदर्भ में बात कर रहे थे।

विकास दिव्यकीर्ति ने वायरल वीडियो पर कही ऐसी बात

‘द लल्लनटॉप’ मीडिया प्लेटफॉर्म से बात करते हुए विकास दिव्यकीर्ति ने कहा, ‘जितने हिंदू वो लोग हैं, उतना ही हिंदू मैं हूं। मुझे हिंदू होने के लिए किसी और के प्रमाण की जरूरत नहीं है।’ वायरल वीडियो पर विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि’ ‘अगर संदर्भ ना हो तो किसी भी बात को पूरी तरह क्या पाना बहुत मुश्किल होता है। उन्होंने बताया कि जो वीडियो वायरल हो रहा, वह 2018 या 2019 के शुरुआती दिनों का है।’

दृष्टि आईएएस के फाउंडर ने बताई वायरल वीडियो के पीछे की कहानी

दृष्टि आईएएस के फाउंडर विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, ‘तुलसीदास पर आरोप लगता रहा है कि वह दलित और स्त्री समाज के विरोधी थे।’ उन्होंने आगे कहा कि इसी विषय पर हो रही चर्चा के दौरान में बता रहा था कि तुलसीदास पर किस तरह के आरोप लगते रहे हैं, उस पर लोगों ने जो सफाई दी है। उसके बारे में कक्षा में बता रहा था। इसके साथ उन्होंने कुछ किताबों का उदाहरण देते हुए कहा कि, ‘अगर मैंने कुछ अपने मन से कहा है तो उसकी जिम्मेदारी मैं लेता हूं लेकिन जो किताबों में लिखा हुआ बताया गया है, उसकी जिम्मेदारी मेरी नहीं है।’

क्लास में राम और सीता का क्यों किया था जिक्र?

इस दौरान विकास दिव्यकीर्ति ने बताया, ‘वह किसी और द्वारा लिखे गए बात की व्याख्या कर रहे थे।’ यही नहीं बल्कि वह स्टूडियो में बाल्मीकि और तुलसीदास द्वारा लिखी गई रामायण लेकर भी पहुंचे थे। जिसको दिखाते हुए उन्होंने कहा कि, ‘मैं बिना तर्क के बात नहीं करता हूं, मैंने ट्विटर से ज्यादा समय पढ़ाई लिखाई पर गुजारा है।’ जिसके बाद उन्होंने गीता प्रेस से प्रकाशित महाभारत की किताब दिखाते हुए कहा कि इसे टि्वटर वाले लोग ज्यादा प्रमाणित मानते हैं। इस दौरान उन्होंने अपने द्वारा कही गई बात को महाभारत की किताब में भी दिखाया।

ट्विटर पर लोग दे रहे ऐसे रिएक्शन

विकास दिव्यकीर्ति के सफाई का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। द लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी ने भी इस वीडियो को शेयर कर लिखा कि नीर क्षीर विवेक के वास्ते… #BanDrishtilAs और #IsupportdristiIAS दोनों ही पक्षों के लिए एक ज़रूरी बात और सब शास्त्र तो साथ लाए ही गए हैं, विकास दिव्यकीर्ति जी द्वारा इस बातचीत में। ट्विटर पर अब ज्यादातर लोग लिख रहे हैं कि, ‘अधूरी सच्चाई के कारण समाज में गलत संदेश चला जाता है, ऐसे में सभी को ध्यान देने की जरूरत है।’

कीर्ति आजाद ने किया था ट्रोल

पूर्व क्रिकेटर और पूर्व सांसद कीर्ति आजाद (Kirti Azad) ने विकास दिव्यकीर्ति के वायरल वीडियो (Viral Video) पर लिखा था कि ऐसे लोगों पर तुरंत FIR होनी चाहिए। वहीं विकास दिव्यकीर्ति की सफाई आने के बाद कीर्ति आजाद ने लिखा, ‘प्रश्न ये नहीं है कि विकास में सत्य कहा या असत्य। मगर जिस प्रकार व्यंग्यात्मक ढंग से उन्होंने बात कही, उससे करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई। हमने नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के केस में देखा है, ये पहले भी अनर्गल बातें बोलते रहे हैं। विकास को माफी मांगनी चाहिए, मगर वो छीछालेदर करा रहे हैं।’