टीवी न्यूज चैनलों पर बहस के गिरते स्तर पर कई नामी पत्रकार चिंता जता चुके हैं। कई ऐसी घटनाएं पूर्व में सामने आई हैं, जहां आवेश में आकर लाइव टीवी पर अभद्र भाषा का खूब इस्तेमाल हुआ। कुछ मामलों में टीवी स्टूडियो में हाथा-पाई की नौबत तक बन आई। ऐसा ही एक वाकया हुआ एबीपी न्यूज पर बहस के दौरान। यहां बीजेपी का पक्ष रख रहे गौरव भाटिया ने कांग्रेस नेता रोहन गुप्ता को ‘पेटीकोट पहनकर बैठने’ की सलाह दे डाली। भाटिया की यह टिप्पणी अन्य पैनलिस्ट्स को नागवार गुजरी और एंकर रुबिका लियाकत ने प्रतिकार करते हुए भाटिया से माफी मांगने को कहा।
दरअसल, हालिया एयर स्ट्राइक्स और उसके बाद उपजे राजनैतिक हालातों पर गर्मागर्म बहस चल रही थी। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया अपनी बात रख रहे थे तो कांग्रेस के रोहन गुप्ता ने टोका-टाकी की। इस पर भाटिया हत्थे से उखड़ गए और बोले, “हर बार बीच में आप बोलेंगे? अरे डरे हुए हैं तो जाके पेटीकोट पहनिए। चूड़ियां पहनिए जाके।” इसपर एंकर ने आपत्ति जताते हुए कहा, “गौरव भाटिया, ये किस तरह की भाषा का इस्तेमाल है। आप मेरे शो पर इस तरह की बात बिल्कुल नहीं करेंगे।” जब गौरव ने अपनी बात का बचाव किया तो एंकर ने कहा, “वो विपक्ष है, वो आपके ऊपर सवाल उठा सकता है। आपको जवाब देना होगा। इसका मतलब ये नहीं कि आप कुछ भी बोलते चले जाएंगे।”
एंकर ने आगे कहा, “डिबेट का मतलब क्या होता है गौरव भाटिया? आप महिलाओं का अपमान कर रहे हैं, मेरा अपमान कर रहे हैं।” नाराज एंकर ने गौरव भाटिया से अपने शब्द वापस लेने, माफी मांगने को कहा। इसके जवाब में भाटिया ने कहा, “माफी रोहन गुप्ता मांगें जिन्होंने वायुसेना पर सवाल उठाए। बेकार की बातें कर रही हैं आप।”
BJP spokesman @gauravbh slanders women/opposition saying:”Wear petticoat…” and doesn’t stop or apologise even after anchor objects to his abusive tirade. pic.twitter.com/6iv3p2726j
— TheAgeOfBananas ?? (@iScrew) March 5, 2019
सोशल मीडिया पर इस बहस का वीडियो शेयर कर भाजपा पर निशाना साधा जा रहा है। ट्विटर पर सुजाय रोहरू ने लिखा, “ऐसी ही मानसिकता से लड़ना है। भाजपा नेता कई बार अपने बयानो से महिलाओं को कमजोर और डरा हुआ जता चुके हैं।” महेश ने लिखा, “इसमें और सड़क छाप गुंडे में क्या फर्क है, इनमें सारों को इकट्ठा लगा दिया जाए तो दाऊद भी पनाह मांग लेगा।”
गौरव भाटिया की टीवी पर बदतमीजी का यह कोई पहला मामला नहीं है। पिछले साल उन्होंने एक चैनल पर अपनी पुरानी पार्टी (समाजवादी पार्टी) के नेता को गाली दे डाली थी।
Shameful & revolting. Men in our culture often berate each other by using sexist remarks.Why must their slurs revolve around the opposite sex? Currently women journos & politicians have more guts to stand up to the establishment than these men who are petrified of speaking up. https://t.co/DRcomy7pof
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) March 6, 2019

