उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की ओर से प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) का आयोजन 15 और 16 अक्टूबर, 2020 को किया जा रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया पर कई ऐसी तस्वीरें सामने आए हैं, जिसमें परीक्षा देने जा रहे परीक्षार्थियों को ट्रेन और बस में जगह नहीं मिल पा रही है। इसको लेकर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल उठाया है।
बसों में लटक कर जा रहे हैं परीक्षार्थी
सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कहीं स्टेशन पर परीक्षार्थियों की भीड़ लगी हुई है तो वही कुछ ऐसे वीडियो आए हैं, जिसमें परीक्षार्थी मुश्किल से ट्रेन में अपनी जगह बना पा रहे हैं। कानपुर जंक्शन का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें हजारों बच्चे ट्रेन पर बैठने के लिए धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे हैं। इन तस्वीरों के साथ सोशल मीडिया पर लोग योगी आदित्यनाथ सरकार से व्यवस्था को लेकर कई तरह के सवाल कर रहे हैं।
वरुण गांधी ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर बोला हमला
परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के लिए जद्दोजहद करते बच्चों की तस्वीरें साझा कर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा कि, ‘यूपी बाढ़ की चपेट में है और 37 लाख से अधिक छात्र PET की परीक्षा देने निकले हैं। प्रश्न पत्र हल करने से बड़ी चुनौती सेंटर तक पहुंचना है। छात्रों की निरंतर मांग के बाद ही न परीक्षा टाली गई और न यातायात के पुख्ता इंतजाम किए गए। शायद हवाई निरीक्षण से जमीनी मुद्दे नहीं दिखते।’ जानकारी के लिए बता दें कि हाल में ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था।
कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना
यूपी कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल से एक वीडियो साझा कर लिखा गया कि पेट परीक्षा में 37 लाख फॉर्म भरे गए, जिससे सरकार ने करोड़ों कमाए भी मगर छात्रों के आने जाने के लिए परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं की। मासूम बच्चे 3 सौ से 4 सौ किलोमीटर दूर सेंटर तक पहुंचने के लिए धक्के खा रहे हैं। धिक्कार है। इसके साथ ही लिखा कि ‘महामानव’ की रैलियों के लिए भी लाने हेतु सरकारी बसों का जमकर इस्तेमाल होता है मगर बेरोजगार अभ्यर्थियों के लिए सरकार के पास कोई सुविधा नहीं होती।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने योगी सरकार पर कटाक्ष कर लिखा कि बच्चों, जब वह हिंदू मुसलमान के नाम पर दोगे तो ऐसी अग्नि परीक्षा तो अक्सर देनी होगी। जिस दिन तुम्हारी प्राथमिकताएं बदलीं, उस दिन प्रदेश की सूरत बदल जाएगी। पत्रकार रोहिणी सिंह ने कमेंट किया, ‘ चुनावी रैली होती तो कार्यकर्ताओं को ढूंढने के लिए एक हजार से अधिक बसें लग जाती, बात 37 लाख बेरोजगार छात्रों की थी इसलिए कुछ करने की जरूरत नहीं समझी।