उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है। ऐसे में यूपी की सियासत का पारा चढ़ गया है। राजनीतिक पार्टियां अपना समीकरण साधने के लिए जनता के बीच जा रही हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी प्रमुख व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘समाजवादी विजय रथ यात्रा’ निकाली है। उनकी इस यात्रा पर राज्य के उपमुख्यमंत्री यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तंज किया है। उन्होंने कहा कि जनता ने सपा के विजय रथ को पराजित रथ में बदलने का मन बना लिया है।

उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा, श्री अखिलेश यादव जी की पार्टी समाजवादी नहीं परिवारवादी है। प्रदेश की जनता ने सपा के विजय रथ को पराजित रथ में बदलने का मन बना लिया है। सपा के समर्थन में निकल रहे गुंडों, अपराधियों व माफियाओं को देखकर जनता को भय लग रहा है। मौर्य के इस ट्वीट पर सपा नेता राजीव राय ने पलटवार करते हुए लिखा, जरा अपना इतिहास भी बताएंगे? आपके ऊपर कितने मुकदमे दर्ज हैं?

सपा प्रवक्ता मनोज सिंह ने लिखा कि, मैंने सुना है गो तस्करी से लेकर हत्या के अपराध में वांछित मिनिस्टर हो आप। असली गुंडे तो आप और आपका साथी टेनी है जिसने आपकी शह पर किसानों को रौंदा है।

सपा नेता उदय वीर सिंह ने लिखा कि हताशा और निराशा में नेताओं का बहक जाना नई बात नहीं है। ना आपको मुख्यमंत्री का पद मिला, ना ही संगठन। सपा नेत्री जूही सिंह ने लिखा, हे केशव अपने आपराधिक मुकदमे हटवाने में से कुछ समय निकाल आंखों पर बंधी हुई झूठ की पट्टी हटाएं।

बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने चुनावी संग्राम की शुरुआत करते हुए योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि अगले चुनाव में ‘बाबा मुख्यमंत्री’ और उनका ‘बुल-बुलडोजर’ दोनों ही नहीं रहेंगे।