अभी तक आपने शादियों में फॉर्च्यूनर और थार पर बारात निकलते हुए जरूर देखा होगा, लेकिन हर किसी की हैसियत इतनी नहीं होती कि इस तरह की बारात निकाल पाए। कुछ लोगों की आर्थिक स्थिति तो यहां तक नहीं होती कि शादी में कार का भी इंतजाम कर पाए, लेकिन उन लोगों की शादी सादगी का उदाहरण बनती है। जी हां, यूपी के देवरिया जिले से ऐसी ही एक शादी का मामला सामने आया है जहां दूल्हे के पास बारात के लिए कार का इंतजाम करने के पैसे नहीं थे, लेकिन दूल्हे के दोस्तों ने ऐसा सहयोग दिखाया कि यह शादी लोगों के लिए मिसाल बन गई।
30 ई रिक्शा पर निकली दिहाड़ी मजदूर की बारात
देवरिया जिले के खुखुन्दू क्षेत्र में एक अनोखी बारात देखने को मिली। भटहर मोहल्ले के निवासी दुर्गेश की शादी 30 नवंबर को थी। दुर्गेश पेशे से दिहाड़ी मजदूर हैं और उनके पिता का निधन हो चुका है। ऐसे में अपनी शादी में सभी इंतजाम करने की जिम्मेदारी उन्हीं पर थी। दुर्गेश के पास इतना बजट नहीं था कि वह बारात ले जाने के लिए कार का इंतजाम कर पाए। ऐसे में उनके दोस्तों ने आपस में आर्थिक योगदान कर बारात के लिए लगभग 30 ई-रिक्शा तैयार करवा दिए और फिर ई रिक्शा पर ही दुर्गेश की बारात डुमरिया लाला पहुंची।
100 बाराती सजे-धजे ई रिक्शाओं पर निकले
दुर्गेश की बारात में लगभग 100 बाराती शामिल हुए जो सजे धजे ई रिक्शाओं पर ही डुमरिया लाला पहुंचे। इसके बाद इन्हीं ई रिक्शाओं पर दुर्गेश की बारात भी निकाली गई। यह बारात पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है। शादी की चर्चा के साथ लोग दुर्गेश और उनके दोस्तों की भी खूब तारीफ कर रहे हैं। गांव के लोगों और राहगीरों ने इस पहल की सराहना की। लोगों का कहना है कि पूरे जिले में यह शादी सादगी और सहयोग की मिसाल बन चुकी है। शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
बता दें कि दुर्गेश के पिता राम अवतार जी का कुछ समय पहले निधन हो गया था। दुर्गेश पेशे से दिहाड़ी मजदूर हैं और उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं रहती। शादी में उनके दोस्तों ने उनका सहयोग किया और उनकी शादी मिसाल बन गई।
