केन्दीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को कहा कि ट्विटर मध्यस्थ नियमों का पालन करने में नाकाम रहा है। उसने कई मौके मिलने के बावजूद भी जानबूझकर इसका पालन न करने का रास्ता चुना। उन्होंने ट्विटर पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस बात को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या ट्विटर एक सुरक्षित प्लेटफार्म है?

इस ट्वीट के बाद लोग रविशंकर प्रसाद के एक पुराने ट्वीट को शेयर कर रहे है। जिसमें उन्होंने ट्विटर की प्रशंसा करते हुए कहा था कि अभिव्यक्ति और सूचना साझा करने की स्वतंत्रता को सोशल मीडिया से नई ताकत मिली है।

रविशंकर प्रसाद के इस पुराने ट्वीट पर लोग अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। पत्रकार विनोद कापड़ी ने उनके इस पुराने ट्वीट पर तंज कसते हुए लिखा कि मीठा-मीठा गप गप। पत्रकार अभिसार शर्मा ने भी इस ट्वीट पर लिखा कि, “तेरा प्यार प्यार प्यार …. वो भी क्या दिन थे रविशंकर जी। एक “manipulated tweet” की कीमत तुम क्या जानो”।

ऋषिकेश रानू नाम के यूजर ने उनके इस पुराने ट्वीट पर मजा लेते हुए लिखा कि मेरा कुत्ता ,कुत्ता तुम्हारा कुत्ता टॉमी। रिटायर्ड आईएएस अफसर सूर्यप्रताप सिंह ने इस ट्वीट पर लिखा कि,” वफा ना रास आयी, तुझे ओ हरजाई। एक यूजर ने लिखा कि वर्षों जमाना याद करेगा। ट्विटर तेरी बेवफ़ाई, वफ़ा न रास आईं”।

विवेक शर्मा नाम के एक यूजर ने लिखा कि, “समय-समय की बात है कल जिसपर proud करते नही थकते थे। आजकल उसपर गुस्से में तमतमाये दिखते हैं। मुझे इस tweet का एक और शब्द बड़ा अच्छा लगा रविशंकर प्रसाद जी का लिखा ‘FREEDOM OF EXPRESSION’ मतलब मेरी आँखों में तो आँसू ही आ गए…हँसते हँसते।