कहा जाता है बिल्ली ने बाघ को हर चीज सिखाई पर पेड़ पर चढ़ना नहीं सिखाया। शायद सतपुड़ा के जंगलों में ड्यूटी के दौरान बाघ की आहट सुनने के बाद फॉरेस्ट गार्ड अन्नुलाल और दाहाल को ये बात याद आ गई होगी। ऐसे में वो पेड़ पर चढ़ गए और खुद को बाघ का शिकार होने से बचा लिया।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो

दरअसल, पिछले महीने ड्यूटी के दौरान दोनों फॉरेस्ट गार्ड को ये एहसास हुआ कि बाघ उनके आसपास ही है। ऐसे में बिना घबराए अपने दिमाग का इस्तेमाल करते हुए वो समय रहते पेड़ पर चढ़ गए और अपनी जान बचा ली। उन में से एक अन्नुलाल ने इस पूरी घटना का वीडियो बना लिया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में दिख रहा है कि दोनों फॉरेस्ट गार्ड पेड़ पर चढ़ें हुए हैं। वहीं नीचे से बाघ गुजर रहा है। बाघ को भी इस बात का एहसास हो जाता है कि आसपास कहीं शिकार है। ऐसे में वो भी अपनी चाला धीमी कर लेता है। कुछ पल को वो दोनों की ओर देखता भी है। हालांकि, फिर वो चला जाता है।

घटना का वीडियो आईएफएस परवीन कासवान ने शेयर किया है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है कि बहादुरी और सूझबूझ की क्या कहानी है। अन्नुलाल और दाहाल – दो फॉरेस्ट गार्ड को ड्यूटी के दौरान सतपुड़ा टीआर में एक बाघ का सामना करना पड़ा। उनमें से एक ने इस घटना को मोबाइल में कैद कर लिया। ग्राउंड जीरो पर वाइल्ड लाइफ और जंगल को बचाने के लिए क्या करना होगा?

बाघ के आने की आहट सुनाई दी

उन्होंने आगे लिखा कि घटना पिछले महीने की है। जब वे दोनों ड्यूटी पर थे और उन्हें बाघ के आने की आहट सुनाई दी। दोनों समय रहते पेड़ पर चढ़ गए और अन्नुलाल ने यह वीडियो बना लिया।

बाघ के चले जाने के बाद दोनों सुरक्षित नीचे उतर गए। यह साफ तौर पर दिखाता है कि ये काम कितना खतरनाक है और प्रेजेंस ऑफ माइंड ने उनकी मदद की।

गौरतलब है कि बीते दिनों टाइगर ‘जॉनी’ की कहानी सामने आई थी, जो पार्टनर की तलाश में वन वन भटक रहा था। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें…