राजनीतिक विश्लेषक व लेखिका शुभ्रास्था (Shubhrastha) और पीस पार्टी के प्रवक्ता शादाब चौहान (Shadab Chauhan) समसामयिक मुद्दों को लेकर टीवी चैनलों के कार्यक्रम में नजर आते हैं। इस दौरान दोनों के बीच जुबानी जंग भी होती रहती है। ऐसे में शुभ्रास्था ने किसी चैनल की डिबेट के बाद ट्विटर पर शादाब चौहान पर तंज कसते हुए एक सवाल किया, जिसका जवाब शादाब ने दिया। इन दोनों के बीच हुई ट्विटर वार (Twitter War) पर सोशल मीडिया यूज़र्स (Social Media Users) ने कमेंट (Comment) किया।
शुभ्रास्था ने किये ऐसे सवाल
शुभ्रास्था ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शादाब चौहान को टैग करते हुए सवाल किया,”सुनो शादाब चौहान, आंटी बोलकर डिबेट से क्या भागते हो कक्षा सातवीं के बिगड़ैल छात्र हो क्या? मैं बुआ हूं, मामी हूं। आंटी का टैग चार सालों से लग चुका है। ये शब्द मेरे लिए गाली नहीं है है, फ़क़्र, गर्व और हर्ष का विषय है। अगली बार,डिबेट की तैयारी करके आया करो और भागना मत।”
शादाब चौहान ने दिया ऐसा जवाब
शादाब चौहान ने शुभ्रास्था द्वारा किये सवाल के जवाब में लिखा कि सुनो शुभ्रास्था, आंटी आप डिबेट करने का तरीका सीखकर आइए तो शादाब चौहान आपके हर सवाल का जवाब तथ्यों के आधार पर देगा बिना सामाजिक व धार्मिक द्वेष फैलाए। याद रखिए हमारा सिद्धांत, सीता जी रूपी महिला का हमेशा सम्मान लेकिन ताड़का रूपी का कभी नहीं। नफरत की टूलकिट से बाहर निकलिए।
इसके बाद शुभ्रास्था ने लिखा कि सुनो, तुम्हारी हैसियत पैनल में रहने की है, moderate करने की नहीं। और तुम जो अन्य पुरुष में बात करते हो उससे तुम्हारी हैसियत और भी पता चलती है। डिबेट में तर्कों का जवाब होता नहीं है तो झूठ बेचते हो। एक बार भी द्वेष फैलाने वाली बात कही हो ना तो विडीओ क्लिप डाल के प्रूव करो – बको मत।
लोगों के रिएक्शन
अभिनव त्रिपाठी नाम के एक यूज़र ने लिखा कि आंटी बोल देने से आप इतना चिढ़ क्यों रहीं हैं? सुमन सिंह नाम की एक यूज़र ने कमेंट किया – अगर आपको समस्या है मैडम तो इनके साथ डिबेट ही मत किया करो। राजेंद्र शुक्ला नाम के एक यूज़र द्वारा लिखा गया कि ऐसे लोगों से बहस करने की कोई जरुरत ही है, जो औरतों की इज्जत नहीं कर सकते। सुजल सिंह लिखते हैं कि टीवी डिबेट में ऐसे लोगों को क्यों बुलाया जाता है। जो औरतों पर इस तरह के कमेंट करते हैं।