देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में बाढ़ से मची तबाही पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि इस संकट की घड़ी में भारत नेपाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए बताया कि मैंने नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से बात की और वहां इस विनाशकारी बाढ़ में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना जताई। पीएम मोदी ने लगातार 2 ट्वीट कर नेपाल के हालात पर अपनी चिंता जाहिर की है। प्रधानमंत्री के इस ट्वीट पर बहुत से यूजर्स ने उनकी आलोचना करनी शुरू कर दी। ऐसे यूजर्स लिख रहे हैं कि आपको नेपाल की चिंता है ये बहुत अच्छी बात है लेकिन एक बार अपने देश में बाढ़ से मर रहे लोगों के प्रति भी संवेदना व्यक्त कर देते। वहीं कुछ यूजर्स ने लिखा कि बिहार में बाढ़ से इतने लोग मर गए और आपने एक बार भी दुख जाहिर नहीं किया और अब नेपाल के लिए कर रहे हैं। आपको बता दें कि बिहार के 13 जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बाढ़ का पानी नए क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है। बाढ़ की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है, जबकि राज्य के करीब 70 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने नेपाल में बाढ़ के हालात पर दुख जताते हुए ट्वीट किया कि भारत नेपाल को बाढ़ से राहत बचाव में हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में ये भी बताया कि उन्होंने नेपाल के पीएम से बातकर देश की तरफ से संवेदना जाहिर की है।
Spoke to Nepal PM, Rt. Hon. Sher Bahadur Deuba. Expressed condolences on the loss of lives due to flooding in Nepal.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 18, 2017
India stands shoulder to shoulder with the people of Nepal & is ready to provide all possible relief assistance.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 18, 2017
पीएम मोदी के इस ट्वीट पर जहां कुछ लोग उनकी तारीफ करने लगे वहीं कुछ यूजर्स उन्हें अपने देश की चिंता छोड़ विदेशों के लिए दुखी होने के आरोप लगाते हुए उनकी निंदा करने लगे।