असम में सोमवार यानी 30 जुलाई को एनआरसी का ड्राफ्ट जारी होने के बाद से ही इस मामले पर हर जगह बहस हो रही है। विपक्ष लगातार ही असम में रहने वाले 40 लाख लोगों को ड्राफ्ट लिस्ट में शामिल नहीं करने के मुद्दे पर केंद्र को घेर रहा है। एनआरसी यानी नेशनल रजिस्टर सिटिजंस के इस ड्राफ्ट में 2 करोड़ 89 लाख लोगों को असम का नागरिक बताया गया है, जबकि यहां रहने वाले 40 लाख लोगों का नाम इस लिस्ट में शामिल नहीं है।
लिस्ट जारी होने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा इसका विरोध किया गया, जिसके बाद टीवी से लेकर सोशल मीडिया में इस मामले पर बहस छिड़ गई है। न्यूज़ 18 इंडिया में इस मामले पर टीवी बहस का आयोजन किया गया, जिसमें बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा शामिल हुए और टीएमसी की तरफ से सोमनाथ सिंघा रॉय शामिल हुए। बहस के दौरान संबित पात्रा के किसी जवाब पर सिंघा ने उनका जमकर विरोध किया और ममता बनर्जी को बंगाल की देवी तक कह डाला।
#HTP #भारत_है_धर्मशाला_नहीं
क्या अपने वोट बैंक बचाने की मजबूरी में ममता-राहुल NRC का विरोध कर रहे हैं?@awasthis @sambitswaraj से बोले @SomnathSinghaR2 ममता बनर्जी देवी हैं, उनका नाम लेने से पहले भी सिर पर हाथ रखिये. वो बंगाल की भगवान है pic.twitter.com/qfkjVb5qbq— News18 India (@News18India) July 31, 2018
सिंघा ने कहा, ‘आप मेरे भगवान को गाली दे रहे हैं संबित पात्रा जी… बंगाल का जो भगवान है आप उसको गाली दे रहे हैं… वो देवी हैं, आप उन्हें गाली दे रहे हैं… ममता बनर्जी बंगाल की ही नहीं बल्कि भारत का जो पीड़ित आदमी है उसके लिए भगवान हैं। ममता बनर्जी का नाम लेने से पहले आप अपने सिर पर हाथ रखिए।’ सिंघा की इस बात पर पहले तो पात्रा यह नहीं समझ पाए कि आखिर वह भगवान किसे कह रहे हैं, जब कुछ देर बाद पात्रा को सिंघा की बात समझ में आई तब उनका रिएक्शन देखने लायक था। उन्होंने अपने मुंह पर हाथ रखकर कहा, ‘सॉरी… सॉरी… सॉरी, छोटे भगवान अब मुझे बोलने दो।’
बता दें कि ममता बनर्जी ने एनआरसी का ड्राफ्ट जारी होने के बाद केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने बंग्ला बोलने वालों और मुसलमानों को बलि का बकरा बना दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के मतदाता नहीं होने की वजह से इन लोगों की नागरिकता छीनी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में अब गृह युद्ध जैसे हालात बन गए हैं।