श्रीलंका की जनता, सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरी हुई है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने इस्तीफ़ा देने का ऐलान कर दिया है लेकिन भीड़ राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री के आवास पर कब्ज़ा करके बैठी है। लोग अब इससे दुनिया के कई देशों को सीख लेने की बात कह रहे हैं। कुछ लोग तो प्रधानमंत्री मोदी पर भी तंज कस रहे हैं। टीएमसी के एक नेता ने कहा है कि श्रीलंका जैसी हालत पीएम मोदी की भी होने वाली है।

टीएमसी विधायक इदरीस अली ने कहा है कि “श्रीलंका के राष्ट्रपति के साथ जो हुआ है, वही हाल यहां के पीएम मोदी के साथ होगा। भारत में जो हालात चल रहे हैं..मोदी जी पूरी तरह फेल हैं, श्रीलंका से ज्यादा यहां का बुरा हाल होगा और पीएम मोदी जी को भी इस्तीफा देकर भागना पड़ेगा।”

लोगों की प्रतिक्रियाएं: पियूष तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इदरिस चाचा CAA , NRC आ रहा है, आपका कागज ठीक है कि नहीं?’ पीसी पन्त नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जो भारत के हालत श्रीलंका के जैसे होने की कामना कर रहे हैं वो भारत के नागरिक हैं या ग़द्दार?’ राजेन्द्र रावत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इसको पता नहीं कि श्री लंका का बुरा हाल एक परिवार के सत्ता में बने रहने के कारण हुआ है। भारत परिवारवाद के खिलाफ है।’

राम किशोर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘भगवान ना करे किसी भी देश में ऐसी विपत्ति आए, भारत के भूतपूर्व मनमोहन सिंह भी देश के लिए ठीक थे और मोदी जी भी ठीक हैं, अगर मोदी जी जाते हैं तो नितिन गडकरी जी देश बहुत अच्छी तरह चला सकते हैं।’ अभिषेक श्रीवास्तव ने लिखा कि ‘जो लोग ये सोच रहे हैं कि यहां भी श्रीलंका जैसे कुछ होगा तो “वो लोग बूढ़े होकर परलोक सिधार जाएंगे” पर जीते जी ये नजारा वो भारत में ना देख पाएंगे।’

मोहन मिश्रा नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अराजकता फैलाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हो .. लगे रहो।’ पुनीत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इसको समझाओ कि भारत ने 2014 में ही परिवारवाद को जड़ से उखाड़ कर समाप्त कर दिया है।’ अभिषेक नाम के यूजर ने लिखा कि दे’श में तो नहीं लेकिन बंगाल की जनता ज़रूर दौड़ाने वाली है आप लोगों को..बर्बाद करके रख दिया है पूरा राज्य!’

बता दें कि श्रीलंका प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने कहा कि वह इस्तीफा देने और सर्वदलीय सरकार बनाने के लिए भी तैयार हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘ राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को बताया कि वह अपनी पूर्व की घोषणा के अनुसार, 13 जुलाई को इस्तीफा दे देंगे।’